कृषि कानूनों पर सरकार के खिलाफ नारे लगाने वाले रवनीत सिंह बिट्टू होंगे लोकसभा में कांग्रेस के नेता, जानिए क्या है वजह
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) और उप नेता गौरव गोगोई विधानसभा चुनावों में व्यस्त हैं। इस कारण सांसद रवनीत सिंह बिट्टू(Ravneet Singh Bittu) संसद सत्र के दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता होंगे।
नई दिल्ली, एएनआइ। सांसद रवनीत सिंह बिट्टू(Ravneet Singh Bittu) संसद सत्र के दौरान लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करेंगे। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) और उप नेता गौरव गोगोई विधानसभा चुनावों में व्यस्त हैं, इस कारण रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा में कांग्रेस के नेता बनाए गए हैं। अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष के साथ बातचीत में इस बात की जानकारी दी। लोकसभा सांसद औकर कांग्रेस के मुख्य सचेतक रवनीत सिंह बिट्टू कृषि कानूनों पर सरकार के खिलाफ नारे लगाने के कारण चर्चा में रहे हैं। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के अभिभाषण के दौरान लोकसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू केंद्रीय कक्ष में पहुंचे और नारेबाजी करने लगे।
रवनीत सिंह बिट्टू ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। बिट्टू ‘काले कानून वापस लो’ का नारा लगाते हुए केंद्रीय कक्ष से बाहर चले गए थे। बिट्टू ने उस दौरान सवाल किया था कि किसान नेताओं के खिलाफ मामले क्यों दर्ज किए जा रहे हैं? हम ऐसा नहीं होने देंगे। इसे संसद में उठाएंगे। उनका जुर्म क्या है? किसान नेता अपने लिए नहीं, बल्कि किसानों के लिए लड़ रहे हैं।
कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू ?
रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के मुख्यमंत्री रहे दिवंगत सरदार बेअंत सिंह के पोते हैं और वर्तमान में लुधियाना से कांग्रेस के सांसद हैं। 10 सितंबर, 1975 को लुधियाना के कोटला अफ़गान गांव में जन्मे रवनीत सिंह बिट्टू की पढ़ाई की 12वीं तक ही हुई है। 2007 के बाद नए लोगों को पार्टी में जगह देने के वक्त बिट्टू को पंजाब यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। 2009 में कांग्रेस ने रवनीत सिंह बिट्टू को आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से टिकट दे दिया। यहां से उन्हें जीत मिली। 2014 में वे लुधियाना की लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। साल 2019 में भी बिट्टू ने लुधियाना की अपनी सीट बरकरार रखी।