राहुल गांधी ने साधा शाह पर निशाना, कहा- चीन के अतिक्रमण का सच दबाया जा रहा
विपक्ष को सरकार केवल अपने प्रतिद्वंद्वी के रूप में ही नहीं देख रही बल्कि यह समझ रही कि देश में सिर्फ एक ही पार्टी और एक ही रंग है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों के अतिक्रमण को लेकर लगातार सरकार को घेर रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। साथ ही कहा कि चीनी अतिक्रमण की सच्चाई सबको मालूम है। मगर मीडिया को डराया और दबाया जा रहा है और सच को किनारे किया जा रहा।
चीनी सैनिकों के घुसने की सही तस्वीर सरकार ने नहीं दी
लद्दाख में एलएसी पार कर भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों के घुसने की सही तस्वीर बताने की पिछले दो हफ्ते से लगातार मांग कर रहे राहुल गांधी के सवालों का सरकार ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। इसीलिए भारत-चीन के शीर्ष सैन्य कमांडर स्तर पर गतिरोध को लेकर हुई बातचीत के बाद सोमवार को एक बार फिर राहुल ने ट्वीट के जरिये सरकार की चुप्पी पर निशाना साधा।
सबको मालूम है 'सीमा' की हकीकत, लेकिन दिल को खुश रखने को, 'शाह-यद' ये खयाल अच्छा है
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने अमित शाह के बयान कि भारत की रक्षा नीति को वैश्विक स्वीकृति मिली है और पूरी दुनिया यह मानती है कि अमेरिका व इजरायल के बाद कोई और तीसरा देश जो अपनी सीमाओं की रक्षा कर सकता है, वह भारत है, को लेकर तंज कसा। राहुल ने ट्वीट किया, 'सबको मालूम है 'सीमा' की हकीकत, लेकिन दिल को खुश रखने को, 'शाह-यद' ये खयाल अच्छा है।'
राहुल ने ट्वीट में कहा- मीडिया भयभीत है, आवाज बंद कर दी गई
राहुल ने रक्षा मामलों के विशेषज्ञ एक पत्रकार के लद्दाख में भारत के अग्रिम मोर्चे पर चीनी सैनिकों के कब्जे से जुड़े एक ट्वीट को टैग करते हुए अपने दूसरे ट्वीट में हकीकत छिपाने का आरोप लगाया। राहुल ने इस ट्वीट में कहा, 'मीडिया भयभीत है और इसकी आवाज बंद कर दी गई है। सच्चाई को पैरों तले दबा दिया गया है, लेकिन भारतीय सेना के हर अधिकारियों और सैनिकों के रगों में यह दौड़ रही है। वे जानते हैं कि वास्तव में लद्दाख में क्या हो रहा है।'
सरकार समझ रही कि देश में सिर्फ एक ही पार्टी और एक ही रंग है- भिषेक सिंघवी
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने राहुल के सवालों को जायज ठहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के सवाल पर कांग्रेस मील के अंतिम पत्थर तक सरकार के साथ ही नहीं है बल्कि इसमें दो मत नहीं कि उससे आगे खड़ी रहेगी। राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की अखंडता किसी पार्टी का मसला नहीं राष्ट्र के हित का मसला है। सिंघवी ने कहा कि हालात साझा कर देश को भरोसे में लेने के बजाय विपक्ष को सरकार केवल अपने प्रतिद्वंद्वी के रूप में ही नहीं देख रही बल्कि यह समझ रही कि देश में सिर्फ एक ही पार्टी और एक ही रंग है।