Move to Jagran APP

मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में खुद घिर गए राहुल गांधी, भाजपा नेता ने दिया करारा जवाब

सुप्रीम कोर्ट के आदेश देने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। इस पर भाजपा नेता प्रीति गांधी ने जमकर हमला बोला।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 08:27 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 09:53 AM (IST)
मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में खुद घिर गए राहुल गांधी, भाजपा नेता ने दिया करारा जवाब
मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में खुद घिर गए राहुल गांधी, भाजपा नेता ने दिया करारा जवाब

नई दिल्ली, जेएनएन। सेना में महिलाओं को स्थायी कमिशन देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश देने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने मोदी सरकार पर महिलाओं के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत की महिलाओं ने भाजपा सरकार को गलत साबित किया है। वहीं भाजपा ने जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि किस सरकार ने भारतीय महिलाओं का अपमान किया? क्या आप जानते हैं कि 2010 में महिला अफसरों को लाभ देने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ कांग्रेस की ही सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी।

loksabha election banner

भाजपा ने राहुल गांधी को दिया करारा जवाब

भाजपा ने भी राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उन्हीं के अंदाज में कांग्रेस को महिला विरोधी ठहराया है। भाजपा महिला मोर्चा सोशल मीडिया की राष्ट्रीय प्रभारी प्रीति गांधी ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी, किस सरकार ने भारतीय महिलाओं का अपमान किया? क्या आप जानते हैं कि 2010 में महिला अफसरों को लाभ देने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ कांग्रेस की ही सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। मैं भारत की महिलाओं आवाज उठाने और कांग्रेस सरकार को गलत साबित करने के लिए बधाई देती हूं।

जानें- क्या कहा राहुल गांधी ने

बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सेना में महिलाओं को स्थायी कमिशन देने और केंद्र सरकार को अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की नसीहत संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश से केंद्र पर हमला का मौका मिल गया। उन्होंने ट्वीट किया कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यह दलील दी कि महिला आर्मी अफसर कमांड पोस्ट या स्थायी सर्विस के योग्य नहीं हैं क्योंकि वे पुरुषों से कमतर है। ऐसा करके सरकार ने सभी भारतीय महिलाओं का अपमान किया है। मैं भारत की महिलाओं को आवाज उठाने और भाजपा सरकार को गलत साबित करने के लिए बधाई देता हूं।

हाई कोर्ट के वकील की नसीहत- कोर्ट के फैसले पर न हो राजनीति

राहुल गांधी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए हाई कोर्ट के वकील नवदीप सिंह ने कहा कि ऐसे मसलों और कोर्ट के फैसलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने साथ में यह भी याद दिलाया कि हाई कोर्ट के फैसले को 2010 की तत्कालीन केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, न कि मौजूदा सरकार ने। बता दें कि 2010 में केंद्र में कांग्रेस की ही नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी।

जानें- क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर मुहर लगाते हुए सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमिशन देने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर कोई महिला अफसर स्थायी कमिशन चाहती है तो उसे इससे वंचित नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने सेना में महिलाओं को स्थायी कमिशन की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि सामाजिक और मानसिक कारण बताकर महिला अधिकारियों को अवसर से वंचित करना न सिर्फ भेदभावपूर्ण है, बल्कि यह अस्वीकार्य है। कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को अपने नजरिए और मानसिकता में बदलाव लाना चाहिए।

हाई कोर्ट ने 2010 में दिया था यह फैसला

बता दें कि सरकार ने महिला अधिकारियों को स्थायी कमिशन के 2010 के दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी। दिल्ली हाई कोर्ट ने 2010 में शॉर्ट सर्विस कमिशन के तहत सेना में आने वाली महिलाओं को सेवा में 14 साल पूरे करने पर पुरुषों की तरह स्थायी कमिशन देने का आदेश दिया था। रक्षा मंत्रालय ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.