राहुल ने तुकबंदी के जरिए केंद्र पर साधा निशाना, गरीबी और बेरोजगारी आंकड़ों पर जताई चिंता
देश में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ने के ताजा आंकड़ों पर चिंता जाहिर करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ने के ताजा आंकड़ों पर चिंता जाहिर करते हुए कांग्रेस ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ग्रामीण इलाकों में रोजगार में आई कमी के चलते नौकरियों की संख्या में गिरावट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने इससे जुड़ी रिपोर्ट का हवाला देते हुए अपने ट्वीट में एक तुकबंदी की है। राहुल ने कहा है कि 12 करोड़ रोजगार गायब, पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब, आम नागरिक की आमदनी गायब, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब, सवाल पूछो तो जवाब गया।'
यही नहीं कांग्रेस नेता ने सरकार के विकास के दावे पर भी तंज कसते हुए कहा है कि 'विकास गायब है'... को भी हैश टैग किया है। एक दूसरे ट्वीट में राहुल ने कहा है, मोदी सरकार, रोजगार, बहाली, परीक्षा के परिणाम दो, देश के युवाओं की समस्या का समाधान दो।' वहीं कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा है कि फरवरी 2018 में आरआरबी, टीएलपी और टेक्नीशियन की 64,371 वैकेंसी निकाली गई थी। दिसंबर 2019 में इसकी परीक्षाएं भी हुई लेकिन अभी तक किसी को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है।
गौरव वल्लभ ने आगे कहा है कि रेलवे बोर्ड ने ग्रुप डी के लिए एक लाख से ज्यादा पदों के लिए फरवरी 2019 में वैकेंसी निकाली लेकिन 18 महीने बाद भी इसकी परीक्षा नहीं हुई। 1.16 करोड़ आवेदकों से परीक्षा शुल्क के रूप में 500 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। कांग्रेस प्रवक्त ने आरोप लगाया है कि इसी तरह एनटीपीसी में 35 हजार से अधिक पदों के लिए फरवरी 2019 में निकाली गई वैकेंसी की परीक्षा 18 महीने बाद भी नहीं कराई गई है। इसमें भी 1.26 करोड़ युवा आवेदकों से 500 करोड़ रुपये परीक्षा फीस के रूप में लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को आम लोगों की कोई चिंता नहीं है।