राहुल और शरद पवार ने पेट्रोल-डीजल पर मोदी सरकार की घेरेबंदी के लिए बनाई नई रणनीति
कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रखेगी जब महंगे पेट्रोल-डीजल से जनता को राहत नहीं दी जाती।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी नहीं करने के मोदी सरकार के इरादों को देखते हुए कांग्रेस महंगाई के खिलाफ अभियान को भारत बंद तक ही सीमित नहीं रखेगी। महंगाई के मुद्दे पर भाजपा की घेरेबंदी के लिए पार्टी दूसरे चरण के अभियान में राज्यों में विरोध की आवाज को मुखर करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राज्यों में भी विपक्षी पार्टियों के बीच सरकार के खिलाफ आंदोलन में सहयोग के हिमायती हैं।
भारत बंद की कामयाबी
महंगाई के खिलाफ विपक्ष की मोर्चाबंदी को राज्यों में प्रभावकारी बनाने की कांग्रेस की इस रणनीति पर राहुल ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी बात की है। पवार भी इस बात के हिमायती हैं कि जिस तरह विपक्षी दलों की एकजुट भागीदारी से भारत बंद कामयाब रहा, उसे देखते हुए आंदोलन के आगे के चरणों में इसे और मजबूती देने की जरूरत है।
कांग्रेस का मानना है कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विपक्षी दलों के साथ आने से सत्ता में बैठे लोगों पर कीमतें घटाने का दबाव तो बढ़ेगा ही। साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष को बिखरा दिखाने की भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों को नाकाम करने का संदेश दिया जा सकेगा।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल और पवार के बीच भारत बंद के विरोध प्रदर्शन के दौरान ही पेट्रोल-डीजल की महंगाई के मुद्दे को नहीं छोड़ने की बात पर सहमति बन गई। दोनों नेता इस राय से सहमत थे कि पेट्रोल-डीजल की महंगाई से मध्यम वर्ग ही नहीं गरीब व किसान खासतौर पर बेहद परेशान हैं और जनता विपक्ष की ओर देख रही है। इसीलिए विपक्ष की जिम्मेदारी है कि जब तक सरकार तेल कीमतें घटाकर जनता को राहत नहीं देती है तब तक विपक्षी पार्टियां इस मसले पर भाजपा को सियासी चैन न लेने दें।
पेट्रोलियम उत्पादों की महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के दूसरे चरण के अभियान की तैयारी की पुष्टि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी की। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जनता की परेशानी को लेकर लापरवाह मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन और प्रदर्शन भारत बंद पर ही नहीं रुकेगा बल्कि राज्यों में अलग-अलग तरीके से आंदोलन की रूपरेखा बनाई जा रही है।
सुरजेवाला ने विपक्ष के बीच आगे भी समन्वय पर जोर देने की पवार की बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और आंदोलन का सिलसिला कांग्रेस तब तक जारी रखेगी जब महंगे पेट्रोल-डीजल से जनता को राहत नहीं दी जाती।