Pulwama Terror Attack: एक्शन में सरकार.. बदला लेने के लिए सेना को खुली छूट
Pulwama Terror Attack पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की बैठक में सेना को जवाबी कार्रवाई की खुली छूट देने का फैसला कर लिया गया।
नई दिल्ली/श्रीनगर(एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवानों की नृशंस हत्या से देश आक्रोश की आग में उबल रहा है। आतंक के पोषक पड़ोसी पाकिस्तान में छिपे बैठे हमले के गुनगहारों के खात्मे का केंद्र सरकार पर भारी दबाव है। शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की बैठक में सेना को जवाबी कार्रवाई की खुली छूट देने का फैसला कर लिया गया।
प्रधानमंत्री ने इसका संकेत दिल्ली व झांसी के दो कार्यक्रमों में दुखी मन पर मजबूत इरादे के साथ दिए गए भाषणों में साफ दिया। उन्होंने कहा कि आतंकी बहुत बड़ी गलती कर गए हैं, उन्हें इसका बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। देश के लोगों का खून खौल रहा है। जवाबी कार्रवाई का समय, जगह व तरीका सेना को तय करना है। पड़ोसी समझ जाए यह नए भारत का नया तरीका है। ' पाकिस्तान से निपटने की रणनीति पर विचार के लिए शनिवार सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।
पाक के खिलाफ बड़े कदम
1. मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा खत्म : 1996 में दिया था व्यापार में वरीयता वाले देश का यह दर्जा। हालांकि पड़ोसी देश ने हमें यह दर्जा नहीं दिया।
असर : पाक से 48.85 करोड़ डॉलर के भारत को निर्यात पर पड़ेगा भारत पाक से आयात पर ड्यूटी बढ़ा सकेगा। बहुत बड़ा असर नहीं होगा, क्योंकि द्विपक्षीय व्यापार 3 अरब डॉलर से कम का है।
2. पाक उच्चायुक्त तलब : विदेश सचिव विजय केशव गोखले ने दिल्ली स्थित पाक पाक उच्चायुक्त सोहैल मुहम्मद को बुलाकर फटकारा। विरोध पत्र सौंपकर हमले के जिम्मेदारों पर पाकिस्तान में तत्काल कार्रवाई को कहा। पाक विदेश मंत्रालय के बयान कि हमले में उनके देश का कोई हाथ नहीं है पर कड़ा प्रतिवाद किया।
असर : कोई खास असर नहीं होगा, क्योंकि अक्सर आतंकी हमलों के बाद ऐसे राजनयिक कदम उठाए जाते हैं। पाकिस्तान सरकार व आतंकियों के आका बेअसर रहते हैं।
3.अलग-थलग करेंगे : आतंकवाद के मुद्दे पर पूरी दुनिया में बदनाम पाक को पूरी दुनिया से काटने के विदेश मंत्रालय सारे कूटनीतिक उपाय करेगा।
असर : चीन व कुछ खाड़ी देशों को छोड़ पाक पहले ही विश्व में हाशिए पर है। नए प्रयासों से आतंक के खिलाफ दुनिया एकजुट होगी।
एक्शन में सरकार..
1. सीसीएस की बैठक : शुक्रवार सुबह 9.20 बजे पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की बैठक हुई।
2. एनएसए की बैठक : सीसीएस की बैठक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने खुफिया एजेंसियों--आईबी व रॉ के उच्चाधिकारों के साथ बैठक की।
3. पीएम की दो टूक : दिल्ली में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के शुभारंभ समारोह में पीएम ने कहा, हमले के जिम्मेदार लोगों को बहुत भारी कीमत चुकाना पड़ेगी। सुरक्षा बलों को आतंकियों से निपटने के लिए खुली छूट दे दी गई है। देश के लोगों का खून खौल रहा है।
4. राजनाथ पहुंचे कश्मीर : गृहमंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर पहुंचे। राज्यपाल व सेना व प्रशासन के आला अफसरों के साथ हालात का जायजा लिया। आवश्यक निर्देश दिए।
5. भारतीय उच्चायुक्त को बुलाया : पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को विदेश मंत्रालय ने दिल्ली बुलाया। उनसे पाकिस्तान के अंदरूनी हालात व कूटनीतिक मुद्दों पर सलाह ली जाएगी।
तिरंगे में लिपटे थे 40 जवानों के ताबूत, राजनाथ ने चढ़ाए पुष्प
गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार सुबह सीसीएस की बैठक के बाद सीधे श्रीनगर पहुंचे। वहां बडगाम स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय पहुंचने के तत्काल बाद उन्होंने तिरंगे में लिपटे 40 जवानों के ताबूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक जवान की पार्थिव देह को विशेष विमान से जम्मू-कश्मीर से बाहर भेजने के लिए ले जाने के दौरान उसे कांधा भी दिया। उन्होंने कहा कि देश सीआरपीएफ के बहादुर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।' इस मौके पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ के महानिदेशक आरआर भटनागर, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीदों पर पुष्प चढ़ाए।
फौजी काफिले के वक्त अब सामान्य ट्रैफिक बंद
राजनाथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को दिनभर श्रीनगर में राज्यपाल मलिक व अन्य उच्चाधिकारियों के साथ सुरक्षा के हालात की गहन समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि सेना को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। अब जम्मू-कश्मीर में फौजी काफिले के वक्त सामान्य ट्रैफिक बंद रहेगा। इससे कश्मीरी जनता को थोड़ी असुविधा होगी, पर राज्य की जनता हमारे साथ खड़ी है। इससे पहले शुक्रवार को राज्य में सुरक्षा बलों के काफिलों की आवाजाही रोक दी गई थी, ताकि कानून-व्यवस्था को लेकर कोई परेशानी ना हो। गृहमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ लोग पाकिस्तान व आईएसआई से पैसा लेते हैं, उनकी सुरक्षा पर विचार होगा।
हम न भूलेंगे, न माफ करेंगे, बदला लेंगे : सीआरपीएफ
गुरूवार को आतंकी हमले में अपने 40 जवानों के बलिदान से आक्रोशित देश के सबसे बड़े अर्द्धसैन्य बल सीआरपीएफ ने शुक्रवार को ट्वीट किया 'पुलवामा हमले में शहीद हमारे जवानों को हम सलाम करते हैं। हम न भूलेंगे न माफ करेंगे, इस जघन्य कृत्य का बदला लेंगे।' सोशल मीडिया साइट पर केंद्रीय बल हमले में शहीद जवानों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि दुख की घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं। मौन रखने के साथ ही बल का ध्वज शोक स्वरूप शुक्रवार को आधा झुकाकर रखा गया। 3 लाख से ज्यादा जवानों वाली सीआरपीएफ को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ तैनात किया गया है। बल के 60 हजार जवान राज्य में आंतरिक सुरक्षा के लिए मैदान संभाले हुए हैं।
जम्मू में तनाव के बाद लगाया कर्फ्यू, सेना का फ्लैग मार्च
आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जम्मू में लोग सड़कों पर उतर आए। इसके बाद हिंसा की छिटपुट वारदातें होने लगीं। सांप्रदायिक तनाव के हालात पर काबू पाने के लिए शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए सेना से मदद मांगी गई। सेना ने फ्लैग मार्च किया। एहतियात के तौर पर जम्मू में इंटरनेट बंद कर दिया गया। हालांकि कुछ क्षेत्रों में लोग कर्फ्यू का उल्लंघन कर सड़कों पर आ गए। गुज्जर नगर में वाहन जलाए गए।
40 शहीद जवानों में से 38 की पहचान, दो का डीएनए टेस्ट
एक वरिष्ठ अधिकारी ने श्रीनगर में बताया कि पुलवामा हमले में शहीद जवानों की संख्या 40 है। पांच जवान घायल हुए हैं। 38 जवानों की पहचान कर ली गई है, जबकि दो शवों का डीएनए व फॉरेंसिक टेस्ट कराया जाएगा।
रोड ओपनिंग पार्टी का एक जवान भी शहीद
जो जवान शहीद हुए हैं, उनमें से एक सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) का भी एक जवान है। इस दल को काफिले से पहले हाईवे को खतरे से मुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
पाकिस्तान ने हमले में अपना हाथ होने का दावा ठुकराया
हमेशा की तरह पाकिस्तान ने पुलवामा हमले में भी उसका हाथ होने के भारत के दावे को ठुकरा दिया। पड़ोसी देश ने हमले के घंटों बाद बयान जारी कर कहा कि यह हमला गंभीर चिंता का विषय है, लेकिन हमारे देश की इसमें कोई भूमिका नहीं है। पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा की हमेशा निंदा करते रहे हैं।
पाकिस्तान तत्काल खत्म करे आतंकी अड्डे : ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से सीधे शब्दों में कहा कि वह सीआरपीएफ पर हमले में लिप्त व अन्य सारे आतंकियों के अपने देश में स्थित अड्डों व नेटवर्क को तत्काल खत्म करे। उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले से आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत व अमेरिका और मजबूती से मुकाबला करेंगे। ट्रंप की प्रेस सचिव साराह हुकेबी सैंडर्स ने बताया कि पाकिस्तान को अमेरिका के रख से अवगत करा दिया गया है।