पीएम मोदी 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग, जानें 21 से 22 नवंबर तक चलने वाले इस सम्मेलन के मुद्दे
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 21 से 22 नवंबर तक आयोजित होने वाले 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वर्चुअल माध्यम से अयोजित किए जाने वाले इस सम्मेलन में जानें किन मसलों पर होगी चर्चा।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 के 15वें शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन 21 और 22 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के निमंत्रण पर हिस्सा लेने जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को यह जानकारी दी। श्रीवास्तव ने कहा कि आगामी समिट 2020 में जी-20 नेताओं की दूसरी बैठक होगी। शिखर सम्मेलन का थीम सभी के लिए '21वीं सदी के अवसरों का अनुभव' है। यह समिट वर्चुअल फार्मेट में होगी।
बता दें कि नेताओं का पिछला शिखर सम्मेलन मार्च महीने में हुआ था। इसकी अध्यक्षता सऊदी अरब करने वाला है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस शिखर सम्मेलन में कोरोना महामारी के प्रभावों और स्वास्थ्य चुनौतियों जैसे मसलों के छाए रहने की उम्मीद है। इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और नौकरियों को बहाल करने के उपायों पर भी चर्चा होगी।
मालूम हो कि कोरोना संकट के बीच जी-20 देशों के नेताओं का यह शिखर सम्मेलन सऊदी अरब में होगा। इस बार इसमें पारंपरिक बैठकों से हटकर नजारा दिखेगा। इस सम्मेलन में दुनिया के अमीर और विकासशील देशों के नेताओं शारीरिक मौजूदगी नजर नहीं आएगी। यही नहीं समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें विभिन्न देशों के राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों के बीच बंद कमरों में होने वाली बैठकें भी नहीं होंगी। इससे पहले के सम्मेलनों में बंद कमरों में होने वाली बैठकों में अक्सर बड़े समझौंतों और आंतरराष्ट्रीय रणनीतियों को अंजाम दिया जाता था।
यही नहीं वर्चुअल तरीके से हो रहे इस सम्मेलन में नेताओं के यादगार फोटो सेशन भी नहीं होंगे। इसमें मीडिया की चकाचौंध भी नजर नहीं आएगी। इस सम्मेलन को लेकर बीते दिनों डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडहानॉम घेब्रेयस का एक बयान सामने आया था। घेब्रेयस ने कहा था कि जी-20 शिखर सम्मेलन के नेताओं के पास कोरोना के इलाज और टीकों की दुनिया भर में समान पहुंच सुनिश्चित करने का सुनहरा मौका होगा। यह सम्मेलन सभी नेताओं को वह मंच मुहैया कराएगा जहां एक साथ मिलकर महामारी को जल्द खत्म करने की चर्चा हो सके...