Presidential Election 2022: यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया, राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई नेता दिखे साथ
Presidential Election 2022 विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। टीआरएस पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का फैसला किया है। नामांकन के दौरान कई बड़े नेता मौजूद रहे।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने पहुंचे सिन्हा के साथ कई बड़े विपक्षी नेता भी दिखे। बता दें कि सिन्हा को आज ही टीआरएस पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन देने का फैसला किया है। इसके साथ ही सिन्हा को अब कुल 17 दलों का साथ हासिल हो गया है।
विपक्ष ने किया शक्ति प्रदर्शन
- यशवंत सिन्हा के नामांकन के दौरान विपक्ष अपना शक्ति प्रदर्शन करने से नहीं चूका।
- नामांकन के समय उन्हें समर्थन जताने के लिए एनसीपी नेता शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एसपी नेता अखिलेश यादव मौजूद रहे।
- इस दौरान सिन्हा का नाम सबके सामने रखने वालीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी साथ नहीं रहीं। ममता राज्य में व्यस्त कार्यक्रमों के चलते वहां नहीं आ पाईं।
- विपक्ष के समर्थन की बात करें तो लगभग सभी विपक्षी दल यशवंत सिन्हा के समर्थन में खड़े हैं। हालांकि बसपा प्रमुख मायावती, बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने किनारा कर लिया है।
- दूसरी ओर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और और वाइएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी ने फिलहाल अपना समर्थन किसी को नहीं दर्शाया है।
यह नेता दिखे साथ
सिन्हा द्वारा नामांकन दाखिल करते समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता और तेलंगाना के मंत्री के टी रामाराव मौजूद रहे। इनके साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद अभिषेक बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी दिखे।
टीएमसी सांसद बोले- यह विचारधारा की लड़ाई
टीएमसी सांसद सौगत राय ने इस बीच बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद की यह लड़ाई दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता। मुझे लगता है कि यशवंत सिन्हा सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं।
द्रौपदी मुर्मू से है टक्कर
बता दें कि यशवंत सिन्हा का मुकाबला एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है। मुर्मू को कई विपक्षी पार्टियों का भी साथ मिला है। इस सूची में मायावती की बीएसपी और नवीन पटनायक की बीजद शामिल है। आंकड़ों को देखें तो मुर्मू का पलड़ा अभी से ही भारी दिख रहा है।