प्रकाश जावडेकर ने राहुल गांधी को दिखाया आईना, कहा- उनकी बातें जैसे सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
देशभर में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जावडेकर ने कहा कि आज विपक्षी दल अंगुलियों पर गिनी जा सकने जितनी उपस्थिति दर्ज कराए हुए है। रंगा सियार की कहावत के जरिये उनका निशाना गांधी परिवार के पीछे चलने की कांग्रेस की नीति पर था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के ठिकानों पर आयकर छापेमारी के बाद पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को कठघरे में लेने के लिए मुहावरों का इस्तेमाल किया तो केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने उसी भाषा में उन्हें जवाब भी दिया।
छापों के बाद राहुल ने विरोध के लिए तीन मुहावरों 'अंगुलियों पर नचाना', 'भीगी बिल्ली बनना' और 'खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे' का इस्तेमाल किया। हर कहावत के साथ निशाना अलग-अलग था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आयकर विभाग को अपनी अंगुलियों पर नचा रही है, मीडिया सरकार के सामने भीगी बिल्ली की तरह चुप है और किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों पर सरकार छापे डाल रही है।
रंगा सियार कहकर राहुल गांधी को दिखाया आईना
राहुल को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने उन्हीं की भाषा में मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने तीन कहावतों 'सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली', 'अंगुलियों पर गिने जा सकना' और 'रंगा सियार' से राहुल को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के दौरान मीडिया की आजादी छीन लेने वाली कांग्रेस का इस पर ज्ञान देना ऐसा ही है जैसे सौ चूहे खाकर बिल्ली हच को चली।
देशभर में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जावडेकर ने कहा कि आज विपक्षी दल अंगुलियों पर गिनी जा सकने जितनी उपस्थिति दर्ज कराए हुए है। 'रंगा सियार' की कहावत के जरिये उनका निशाना गांधी परिवार के पीछे चलने की कांग्रेस की नीति पर था। उन्होंने कहा कि एक परिवार के पीछे चलने वाली पार्टी लोकतंत्र पर बात कर रही है और सबसे ज्यादा सांप्रदायिक पार्टी पंथनिरपेक्षता पर बोल रही है।
एक प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने जांच एजेंसियों को पूरी छूट दी है। इनके सामने कोई बॉलीवुड स्टार या सेलेब्रिटी नहीं है। जांच एजेंसियों के लिए सब बराबर हैं। कुछ लोगों की मदद करने और अपराधियों को बचाने के लिए कानून का दुरुपयोग कांग्रेस का चरित्र रहा है। भाजपा सरकार में अगर कोई कानून तोड़ता है, देश के खिलाफ साजिश करता है तो जांच एजेंसियां अपना काम करती हैं।