भोपाल: बागी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस का तंज, कार्यालय के बाहर लगाए 'बिकाऊ नहीं टिकाऊ चाहिए' के पोस्टर
भोपाल में कांग्रेस ने बागी विधायकों के खिलाफ कार्यालय के बाहर बिकाऊ नहीं टिकाऊ चाहिए और माफ करे गद्रदार का एक पोस्टर लगवाया है।
भोपाल, एएनआइ। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए विधायकों पर तंज कसते हुए भोपाल में कांग्रेस कार्यालय के बाहर 'बीकाऊ नाही, टिकौ चाही' (बिक्री की जरूरत नहीं है, लेकिन लंबे समय तक टिके रहने वाले) और 'माफ करे गद्रदार' (देशद्रोहियों का बहाना है) का एक पोस्टर देखा गया।
पार्टी नेता पीसी शर्मा ने मीडिया को बताया कि पोस्टर कांग्रेस के उन पूर्व विधायकों के खिलाफ जनभावनाओं को प्रदर्शित करने वाले थे, जो भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे मध्य प्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली सरकार की जीत हुई। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के टिकट पर जीतने वाले 25 लोगों के खिलाफ एक मजबूत भावना है और फिर लोगों के जनादेश को 15 महीनों के भीतर बेच दिया। लोग अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इन नेताओं के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं।
इस साल मार्च में, ज्योतिरादित्य सिंधिया 20 से अधिक कांग्रेस विधायकों के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में सत्ता में आई।
जानकारी के लिए बता दें कि 27 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और भाजपा में नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी है। इसी सिलसिले में मंगलवार को ग्वालियर चंबल के कद्दावर भाजपा नेता सतीश सिकरवार ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। ऐसा होगा इसका अनुमान पिछले काफी दिनों से लगाया जा रहा था। सिकरवार के साथ-साथ ही ग्वालियर के दो पूर्व पार्षदों और 150 से ज्यादा कार्यकर्ता भी भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ग्वालियर में भाजपा के लिए ये बड़ा झटका है।
उनके शामिल होने के बाद कमल नाथ ने सिकरवार और उनके साथ आए भाजपा कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में स्वागत किया और कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश में लोकतंत्र को खरीदा है, उन्होंने आगे कहा कि यह एक शर्मनाक कृत्य है। आप ने सच्चाई को पहचाना है और सच का साथ देने का निर्णय लिया है।