ज्योतिरादित्य सिंधिया के टाइगर जिंदा है, बयान पर गरमाई सियासत, तेज हुई जुबानी जंग
सिंधिया ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह को ललकारते हुए अपनी ओर इशारा करके कहा था कि अभी टाइगर जिंदा है।
भोपाल, जेएनएन। भाजपा से राज्यसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 'अभी टाइगर जिंदा है' बयान पर मध्य प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। मामले में पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ से जुबानी जंग तेज हो गई है। मालूम हो, सिंधिया ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह को ललकारते हुए अपनी ओर इशारा करके कहा था कि अभी टाइगर जिंदा है। इस पर शुक्रवार को कमल नाथ ने तो उन्हें सर्कस का टाइगर बताते हुए रेस और शादी के घोड़े में फर्क बताया, जबकि दिग्विजय सिंह ने तो खुद को शेर का शिकारी बता दिया। सिंधिया के समर्थन और विरोध में कई मंत्री और पूर्व मंत्री भी कूद पड़े हैं। सिंधिया के बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट किया 'जब शिकार रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधव राव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूं।"
एक सवाल के जवाब में दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस में कोई टाइगर नहीं है। टाइगर भाजपा में होते हैं। कांग्रेस में सभी निष्ठावान कार्यकर्ता होते हैं। इसके पहले रतलाम यात्रा के दौरान बातचीत में कमल नाथ से पत्रकारों ने सिंधिया के टाइगर जिंदा है, डायलॉग की याद दिलाई, तो उन्होंने तपाक से सवाल उछाल दिया 'कौन सा टाइगर जिंदा है, सर्कस का या कागज का।' नाथ ने तंज कसते हुए कहा कि शादी के घोड़े व रेस के घोड़े में फर्क होता है। शादी का घोड़ा सज-धज कर सिर्फ नाचने के काम आता है। कमल नाथ यहीं नहीं रुके। अपनी सरकार गिराने का गुबार निकालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी निशाना साधा। कमल नाथ ने कहा 'मैं न तो महाराज हूं और न ही मामा। न ही मैंने कभी चाय बेची है।' ध्यान रहे कि मध्य प्रदेश में सिंधिया को महाराज और शिवराज को मामा नाम से भी बुलाया जाता है।
समर्थकों और विरोधियों का प्रहार
सिंधिया समर्थक शिवराज सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि दिग्विजय सिंह जिन टाइगर का शिकार करते हैं, ये वो टाइगर नहीं हैं। सिंधिया कोई साधारण टाइगर नहीं हैं। ये दिव्य टाइगर हैं, जिन पर मां दुर्गा बैठती हैं। उन पर तो माता रानी का आशीर्वाद है, इनका शिकार दिग्विजय के वश में नहीं। सिसौदिया ने कहा कि ऐसा न हो कि शिकार करते-करते दिग्विजय खुद शिकार हो जाएं। इसके पहले पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि अगर टाइगर हो, तो अब तक आस्तीन में क्यों थे।
सिंधिया बोले-नोचने को तैयार हैं चील
शुक्रवार को सिंधिया ने कहा कि मैं जो भी बोलूंगा, सही बोलूंगा। क्योंकि मैंने कुछ गलत बोला, तो लोग चील की तरह नोचने के लिए तैयार हैं। इसमें भी मुझे कोई दिक्कत नहीं, वो नोचने का काम करें, मैं अपना काम करूंगा।