CAA और NRC पर सियासी घमासान, PK ने कांग्रेस से पूछा सवाल, ओवैसी ने लगाए ये आरोप
संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act 2019 CAA) के विरोध की आड़ में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। जानें किन नेताओं ने इस मसले पर क्या कहा...
नई दिल्ली, एएनआइ/आइएएनएस। संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act 2019, CAA) के विरोध की आड़ में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मसले पर देश को गुमराह कर रहे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार को नागरिकता कानून (CAA) और एनआरसी के मसले पर मुस्लिमों की चिंताओं को दूर करना चाहिए। वहीं जदयू नेता एवं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पूछा है कि क्या कांग्रेस यह आधिकारिक ऐलान करेगी कि वह उन राज्यों में एनआरसी और सीएए नहीं लागू करेगी जहां उसकी सरकारें हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि सीएए और एनआरसी के विरोध में नागरिकों के आंदोलन में शामिल होने के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद... लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, सार्वजनिक विरोध के अलावा, राज्यों के द्वारा भी एनआरसी को NO कहने की जरूरत है। हम आशा करते हैं कि कांग्रेस पार्टी आधिकारिक घोषणा करेगी कि वह उन राज्यों में कोई NRC नहीं लागू करेगी जहां उसकी सरकारें हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यह आधिकारिक घोषणा करें कि कांग्रेस शासित राज्यों में कोई एनआरसी नहीं लागू होगी।
वहीं एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आखिरकार झूठ कौन बोल रहा है... मैं जानना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री सच बोल रहे हैं या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी एक इंटरव्यू में एनआरसी लाने की बात कहते हैं लेकिन अब वह इससे अलग बयान दे रहे हैं। आखिर प्रधानमंत्री देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं।
इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट्स में कहा कि हमारी मांग है कि केंद्र सरकार CAA और NRC के मसले पर मुस्लिमों की सभी आशंकाओं को दूर करे। सरकार को मुकम्मल तौर पर उन्हें संतुष्ट भी करना चाहिये। ऐसा किया जाना बेहतर होगा। हालांकि, उन्होंने मुस्लिम समुदाय को लोगों को सतर्क रहने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों को भी सावधान रहना होगा कि कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनैतिक शोषण तो नहीं किया जा रहा है जिसमें वे पिसने लगे हैं। बता दें कि कल कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन की जीत पर कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे को पराजित किया है।