मध्य क्षेत्र की बैठक से पहले CAA-NRC पर सियासत गरम, सीएम रावत ने बोला जुबानी हमला
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाने वाले लोग ही ऐसे मूवमेंट को चला रहे हैं लेकिन हम इसको सफल होने नहीं देंगे।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में मंगलवार को होने वाली मध्य क्षेत्र के चार राज्यों की बैठक से पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर सियासत गरम हो गई है। सोमवार को रायपुर की धरती पर उतरते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम लिए बगैर उनके हालिया बयानों पर जुबानी हमला बोला।
सीएए का विरोध सिर्फ दिखावे का- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध सिर्फ दिखावे का है। कांग्रेस ने उनके बयान पर पलटवार किया है। शाह की मौजूदगी में होनी वाली बैठक में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश कांग्रेसशासित राज्य हैं, जबकि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड भाजपा शासित राज्य। सीएए और एनआरसी का मुद्दा गरमाने का अंदेशा पहले से ही था।
कांग्रेस ने किया पलटवार, कहा- रावत वही बोलेंगे जो उन्हें मोदी और शाह ने पढ़ाया
रावत ने कहा कि सीएए और एनआरसी पर सवाल उठाना हास्यास्पद है। यह सिर्फ दिखावे का विरोध है, जो टिकेगा नहीं। रावत का बयान आते ही कांग्रेस ने पलटवार किया। पार्टी के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत भी वही बोलेंगे जो उन्हें मोदी और शाह ने पढ़ाया है। पूरी भाजपा एजेंडे के तहत देश को इस मुद्दे पर गुमराह कर रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल सीएए को राज्य में लागू नहीं करने और इसके खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन करने का एलान कर चुके हैं।
सोने का नाटक करने वालों को नहीं जगा सकते: त्रिवेंद्र
रायपुर एयरपोर्ट पर रावत ने कहा कि सीएए नागरिकता देने के लिए है, छीनने के लिए नहीं। सोए हुए को जगा सकते हैं, लेकिन जो सोने का नाटक कर रहा है, उसे कैसे जगाएंगे। सीएए को लेकर चल रहा विरोध कुछ ऐसा ही है। बड़ा दुर्भाग्य है कि जब हम पूछते हैं कि विरोध किस बात का है? तो कोई बताने वाला नहीं है कि इससे देश को यह नुकसान होगा। इस तरह की गतिविधियों से समाज प्रभावित होगा।
रावत ने कहा- जो लोग प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं, उन्हें सीएए की जानकारी भी नहीं
रावत ने कहा कि जो प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं, उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं है। देश के भीतर ऐसी कई एजेंसियां हैं, जो भारत को अस्थिर करना चाहती हैं। ये एजेंसियां ही फंडिंग करती हैं। मोदी सरकार ने ऐसी ही एजेंसियों पर नकेल कसी है, इसलिए ये लोग विरोध कर रहे हैं।
रावत ने कहा- भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाने वाले लोग ही ऐसे मूवमेंट को चला रहे
रावत ने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाने वाले लोग ही ऐसे मूवमेंट को चला रहे हैं, लेकिन, हम इसको सफल होने नहीं देंगे। उत्तराखंड में भी ऐसी स्थिति बनी थी। हमने दो टूक कह दिया था कि शांति से प्रदर्शन करना है, तो करिये, लेकिन ला एंड आर्डर प्रभावित हुआ, तो सख्ती से कदम उठाया जाएगा। रात तक प्रदर्शन खत्म हो गया।