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कपिल सिब्‍बल की सलाह, कहा- प्रधानमंत्री को देश हित के मुद्दों पर काम करना चाहिए

कपिल सिब्‍बल ने एक ओर जहां प्रधानमंत्री मोदी व वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषणों की आलोचना की वहीं नए ट्रैफिक नियमों के लिए सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी नहीं छोड़ा।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 02:25 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 03:56 PM (IST)
कपिल सिब्‍बल की सलाह, कहा- प्रधानमंत्री को देश हित के मुद्दों पर काम करना चाहिए
कपिल सिब्‍बल की सलाह, कहा- प्रधानमंत्री को देश हित के मुद्दों पर काम करना चाहिए

नई दिल्‍ली, एएनआइ। वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्‍बल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण व सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को निशाने पर लिया। उन्‍होंने प्रधानमंत्री मोदी के गाय और ओम वाले भाषण पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भाषण देने के बजाए देश हित के मुद्दों पर काम करना चाहिए।

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प्रधानमंत्री मोदी ने मथुरा के एक इवेंट में कहा था कि 'ओम' शब्‍द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं और गाय शब्‍द कान में पड़ता है तब कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं उन्‍हें करंट लग जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग ही देश को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।

कपिल सिब्‍बल ने प्रधानमंत्री मोदी के मथुरा इवेंट में भाषण दिए जाने पर हमला बोलते हुए कहा, ‘हमारे यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग को देखने के बाद प्रधानमंत्री को सतर्क हो जाना चाहिए। 2012 के बाद से पहली बार है जब दुनिया के शीर्ष 300 यूनिवर्सिटीज की लिस्‍ट में कोई भी भारतीय यूनिवर्सिटी नहीं है।

2012 में जब सत्‍ता में मोदी सरकार नहीं थी तब हमारे यूनिवर्सिटी टॉप रैंकिंग में थी पिछले 6 सालों में क्‍या हुआ? उन्‍होंने वित्‍त मंत्री निर्मल सीतारमण को भी निशाने पर लिया। दरअसल निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऑटोसेक्‍टर में मंदी इसलिए आई क्‍योंकि लोग टैक्‍सी एग्रीगेटर ओला व उबर की सर्विस अपना रहे हैं।

उन्‍होंने कहा, ‘पिछले कई सालों से यहां ओला और उबर है, तब पहले ऑटो सेक्‍टर में मंदी क्‍यों नहीं थी? तथ्‍य यह है कि लोगों की आय कम हो गई है और वे कार नहीं खरीद सकते हैं। यदि डिमांड नहीं होगा तब इंवेंटरी बढ़ेगी लेकिन यह चेन रिएक्‍शन है। यह उनके लिए किसी काम का नहीं क्‍योंकि उनके पास आइडिया या सुझाव नहीं हैं।’

इसके बाद सिब्‍बल ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी नहीं छोड़ा। गडकरी द्वारा ट्रैफिक उल्‍लंघन के लिए दंड और नये नियम कानून लागू करने के निर्णय पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मेरे विचार से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के क्रम में यह काफी अच्‍छी शुरुआत है लेकिन भारत का एक बड़ा समुदाय एक महीने में 10,000 रुपये से कम कमाता है। वे इतने भारी जुर्माने का भुगतान कैसे करेंगे। सिबल ने आगे कहा कि मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्‍ट्र में नए ट्रैफिक जुर्माने को लागू नहीं किया क्‍योंकि उन्‍हें विधानसभा चुनावों में हार का डर है।

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