एक साथ चुनाव करवाने के मुद्दे को पीएम मोदी ने फिर दी धार, सभी दल होंगे तैयार?
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश में सभी राज्यों के विधान सभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को एक साथ कराने की अपील की है।
By Vikas JangraEdited By: Published: Sun, 17 Jun 2018 09:08 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 07:26 AM (IST)
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश में सभी राज्यों के विधान सभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को एक साथ कराने की अपील की है। रविवार को नीति आयोग की गवर्निग काउंसिल की चौथी बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी पक्षों से इस बारे में गंभीरता से विचार करने और इस मुद्दे पर व्यापक बहस करने की अपील की है।
पीएम के मुताबिक इसके वित्तीय लाभ के अलावा भी कई तरह के फायदे हो सकते हैं। पीएम मोदी लगातार देश में हर चुनाव को एक साथ करवाने का मुद्दा उठाते रहते हैं हालांकि विपक्षी दलों की तरफ से इसका समर्थन नहीं किया जा रहा है।
गवर्निग काउंसिल की बैठक के बाद नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि पीएम ने सभी का ध्यान इस बात की तरफ आकर्षित किया कि देश हमेशा चुनाव के 'मोड' में ही रहता है। इस हालात का समाधान निश्चित तौर पर निकालने की जरुरत है लेकिन इसके लिए हमें व्यापक स्तर पर बहस व विमर्श करना होगा।
मोदी की तरफ से इस बारे में यह सुझाव आया है कि सारे चुनाव एक साथ करवाने की शुरुआत हम एक यूनीफॉर्म वोटर लिस्ट के साथ कर सकते हैं। यानी हर चुनाव के लिए एक ही वोटर लिस्ट का इस्तेमाल हो।
सनद रहे कि नीति आयोग की तरफ से पिछले वर्ष एक साथ चुनाव करवाने को लेकर एक सुझाव पत्र पेश किया था। इसमें वर्ष 2024 से सभी राज्यों व लोकसभा चुनावों को दो चरणों में पूरा करने का खाका पेश किया गया है। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस समेत अधिकांश विपक्षी दलों की तरफ से कोई उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं दिखाई गई है। इस बीच विधि आयोग और चुनाव आयोग के बीच भी एक दौर की चर्चा हो चुकी है।
पीएम के मुताबिक इसके वित्तीय लाभ के अलावा भी कई तरह के फायदे हो सकते हैं। पीएम मोदी लगातार देश में हर चुनाव को एक साथ करवाने का मुद्दा उठाते रहते हैं हालांकि विपक्षी दलों की तरफ से इसका समर्थन नहीं किया जा रहा है।
गवर्निग काउंसिल की बैठक के बाद नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि पीएम ने सभी का ध्यान इस बात की तरफ आकर्षित किया कि देश हमेशा चुनाव के 'मोड' में ही रहता है। इस हालात का समाधान निश्चित तौर पर निकालने की जरुरत है लेकिन इसके लिए हमें व्यापक स्तर पर बहस व विमर्श करना होगा।
मोदी की तरफ से इस बारे में यह सुझाव आया है कि सारे चुनाव एक साथ करवाने की शुरुआत हम एक यूनीफॉर्म वोटर लिस्ट के साथ कर सकते हैं। यानी हर चुनाव के लिए एक ही वोटर लिस्ट का इस्तेमाल हो।
सनद रहे कि नीति आयोग की तरफ से पिछले वर्ष एक साथ चुनाव करवाने को लेकर एक सुझाव पत्र पेश किया था। इसमें वर्ष 2024 से सभी राज्यों व लोकसभा चुनावों को दो चरणों में पूरा करने का खाका पेश किया गया है। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस समेत अधिकांश विपक्षी दलों की तरफ से कोई उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं दिखाई गई है। इस बीच विधि आयोग और चुनाव आयोग के बीच भी एक दौर की चर्चा हो चुकी है।
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