Video: भारत ड्रोन महोत्सव 2022 के दौरान पीएम मोदी ने भी आधुनिक तकनीक पर आजमाया हाथ
Bharat Drone Mahotsav 2022 भारत ड्रोन महोत्सव - 2022 के उद्घाटन समारोह के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ड्रोन पर हाथ आजमाया। इस दौरान नागरिक केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वी.के सिंह मौजूद रहे।
नई दिल्ली, एएनआई: दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय भारत ड्रोन महोत्सव 2022 आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को महोत्सव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने ड्रोन उड़ाने में हाथ आजमाया। समाचार एजेंसी एएनआई ने प्रधानमंत्री द्वारा ड्रोन उड़ाए जाने का वीडियो जारी किया है।
#WATCH | PM Narendra Modi tried his hand at flying a drone during the inauguration of two-day Bharat Drone Mahotsav 2022 at Pragati Maidan in Delhi pic.twitter.com/XNto9g28PY
— ANI (@ANI) May 27, 2022
पीएम मोदी ने कहा- ड्रोन का हब बनेगा देश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनका सपना है कि देश में हर हाथ में स्मार्टफोन हो, हर खेत में ड्रोन हो और हर घर में समृद्धि हो। उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलाजी कृषि सेक्टर को दूसरे लेवल पर ले जाने वाली है। ड्रोन तकनीक से छोटे किसान को ताकत व तेजी मिलेगी और तरक्की सुनिश्चित होगी। इससे यह पता चल सकेगा कि किस जमीन पर कितनी और कौन सी खाद डालनी है, मिट्टी में किस चीज की कमी है, कितनी सिंचाई करनी है। अभी ये सारे काम अंदाज से होता रहा है जो कम पैदावार और फसल बर्बाद होने का बड़ा कारण रहा है। यहां दो दिवसीय 'भारत ड्रोन महोत्सव 2022' का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ड्रोन से यह भी पहचाना जा सकता है कि कौन सा पौधा और उसका कौन सा हिस्सा बीमारी से प्रभावित है।
ड्रोन अंधाधुंध तरीके से स्प्रे नहीं करता बल्कि स्मार्ट स्प्रे करता है। इससे महंगी दवाओं का खर्च भी बचता है। ड्रोन की वजह से काफी ऊंचाई वाली फसल की देखभाल एवं उन पर दवा का छिड़काव आसान हो जाएगा जिससे देश के किसान दाल की खेती की तरफ जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्रोन टेक्नोलाजी पीएम स्वामित्व योजना जैसी बड़ी क्रांति का आधार बन रही है। इस योजना के तहत पहली बार देश के गांवों की हर प्रापर्टी की डिजिटल मैपिंग की जा रही है, डिजिटल प्रापर्टी कार्ड लोगों को दिए जा रहे हैं। इससे मानवीय हस्तक्षेप कम हुआ है और भेदभाव की गुंजाइश खत्म हुई है। इसमें बड़ी भूमिका ड्रोन की रही है। ड्रोन की मदद से अभी तक देश में लगभग 65 लाख प्रापर्टी कार्ड बनाए जा चुके हैं।
जल्द आम भारतीयों के जीवन का हिस्सा होगा ड्रोन
पीएम ने कहा कि ड्रोन के रूप में हमारे पास एक और ऐसा स्मार्ट टूल आ गया है, जो बहुत जल्द सामान्य से सामान्य भारतीय के जीवन का हिस्सा बनने जा रहा है। हमारे शहर हों या फिर देश के दूरदराज गांव, देहात वाले इलाके, खेत के मैदान हों या फिर खेल के मैदान, डिफेंस से जुड़े कार्य हों या फिर विपदा प्रबंधन, हर जगह ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ने वाला है। इसी तरह पर्यटन, मीडिया, फिल्म जैसे सेक्टर में ड्रोन इनकी गुणवत्ता और कंटेंट दोनों को बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के मुकाबले आने वाले समय में ड्रोन का इस्तेमाल काफी अधिक होने वाला है।
कोरोना काल में ड्रोन से हुआ फायदा
मोदी ने कहा कि गांवों में दवाओं और दूसरे सामान की डिलीवरी एक बड़ी चुनौती रही है। ड्रोन से डिलीवरी बहुत कम समय में और तेज गति से हो सकती है। ड्रोन से कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी से इसका फायदा हमने अनुभव भी किया है। ये दूर-सुदूर के आदिवासी, पहाड़ी, दुर्गम क्षेत्रों तक उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में बहुत मददगार सिद्ध हो सकता है।
पहले की सरकारों ने तकनीक को समस्या समझा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 पहले तक शासन में तकनीक के उपयोग के प्रति उदासीनता का माहौल था। पहले की सरकारों ने तकनीक को समस्या समझा, उसे गरीब विरोधी बताने की कोशिश की गई। ड्रोन पर कई तरह की पाबंदियां थी, जिसके चलते गरीबों और मध्यम वर्ग को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। उनकी सरकार ने अधिकतर पाबंदियों को हटा दिया है। प्रोडक्शन लिंक्ड स्कीम (पीएलआइ) जैसी योजनाओं के जरिये भारत ड्रोन मैन्यूफैक्चरिंग का एक सशक्त इको सिस्टम बनाने की तरफ भी बढ़ रहा है। टेक्नोलाजी जब जनता के बीच में जाती है तो उसके इस्तेमाल की संभावनाएं भी ज्यादा से ज्यादा बढ़ जाती हैं।