पू्र्वी इलाके में देश का 'विकास इंजन' बनने की क्षमता, इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत- PM मोदी
रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र को विकसित करने की आवश्यकता है जिसमें देश के विकास इंजन बनने की क्षमता है।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट काल के बीच आज 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश के लोगों को संबोधित किया है। इस दौरान आज प्रधानमंत्री ने पूर्वी भारत को लेकर एक प्रमुख बात की और उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश के पूर्वी क्षेत्र में भारत के विकास इंजन बनने की क्षमता है और इस क्षेत्र को विकसित करने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि इस इलाके पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 65 वें संस्करण के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कति आज हम देश में जो देख रहे हैं, वह हमें अतीत में क्या हुआ, इसे देखने और इसका विश्लेषण करने का अवसर देता है। यह भविष्य के लिए हमें एक सबक दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज हमारे प्रवासी मजदूरों के दर्द को देखकर, हम अपने देश के पूर्वी क्षेत्र के दर्द को महसूस कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्र को विकसित करने की आवश्यकता है, जिसमें देश के विकास इंजन बनने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्र की जनशक्ति भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास से देश का सतत विकास संभव है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया को इस COVID-19 संकट जैसा कुछ भी पहले कभी नहीं हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि इस स्थिति में हम नई चुनौतियों और इससे उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। यह हर कोरोना प्रभावित देश में हो रहा है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश के हर वर्ग को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि गरीब और मजदूर इस संकट से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। उनके दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। हम इस दर्द को साझा करने की कोशिश कर रहे हैं, पूरे देश की कोशिश है। हर कोई कड़ी मेहनत कर रहा है। रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। वे फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा हैं। COVID-19 संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अब और अधिक सावधान रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा खुल गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद का ऐलान किया था। लॉकडाउन को बाद में, चरणों में, 31 मई तक बढ़ाया गया था। गृह मंत्रालय ने इसे अब आगे बढ़ाकर लॉकडाउन 5 को 1 जून से 30 जून तक बढ़ा दिया है।