Move to Jagran APP

पीएम मोदी ने गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाशोत्सव पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं, कही यह बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) के प्रकाशोत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। जानें उन्‍होंने अपने संदेश में क्‍या कहा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 07:17 PM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 01:28 AM (IST)
पीएम मोदी ने गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाशोत्सव पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं, कही यह बात
पीएम मोदी ने गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाशोत्सव पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं, कही यह बात

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरु ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) के प्रकाशोत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हमें सेवा, करुणा और पराक्रम का सद्भाव की शिक्षा देते हैं। वह न्यायपूर्ण और समान समाज की दिशा में मार्ग प्रशस्त करते हैं। वह हमें अन्याय के सामने कभी नहीं झुकना भी सिखाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की शिक्षाओं से पूरी दुनिया रोशन है। इससे प्रेरित होकर, विश्व स्तर पर सिखों ने कई क्षेत्रों में अग्रणी सेवा की है। उनका साहस और दयालुता उल्लेखनीय है। आज यही कामना कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हमेशा मानवता का मार्गदर्शन करते रहें।

loksabha election banner

बता दें कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व की 416वें प्रकाशोत्‍सव पर श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य भवन से लेकर दर्शनी ड्योढ़ी तक फूलों की सजावट की गई है। दर्शनी ड्योढ़ी से मुख्य भवन के दाएं और बाएं तरफ फूलों की झालरों के बीच सफेद और भूरे रंगों के फूलों के साथ सिख धर्म के प्रतीक खंडा के निशान बनाए गए हैं। यही नहीं सचखंड के भीतर जहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सुशोभित हैं, वहां भी शानदार फूलों की सजावट की गई है। बताया जाता है कि साल 1604 में सिखों के पांचवें गुरु श्री अर्जुन देव जी ने आज ही के दिन दरबार साहिब में पहली बार श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था। उन्होंने सन 1603 से भाई गुरदास से श्री गुरु ग्रंथ साहिब को लिखना शुरू कराया था जो 1604 में पूरा हुआ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.