मॉरीशस के नए सुप्रीम कोर्ट भवन का पीएम मोदी और प्रवीण जगन्नाथ 30 जुलाई को करेंगे उद्घाटन
मॉरीशस के सुप्रीम कोर्ट के इस नए भवन में 26000 वर्ग मीटर का एक क्षेत्र शामिल है जिसमें 24 कोर्ट रूम और अत्याधुनिक उपकरण शामिल हैं साथ ही साथ दो भूमिगत कार पार्किंग भी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के पीएम प्रविन्द जगन्नाथ 30 जुलाई को संयुक्त रूप से मॉरीशस के नए सुप्रीम कोर्ट भवन का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन का यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा। इस दौरान मॉरीशस के न्याय विभाग से जुड़े वरिष्ठ सदस्यों और दोनों देशों के अन्य गणमान्य लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस भवन का निर्माण भारत के सहयोग से किया गया है। यह इमारत मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस में भारत की सहायता से तैयार पहली आधारभूत परियोजना होगी। बयान में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के भवन की यह परियोजना भारत सरकार द्वारा मॉरीशस को साल 2016 में प्रदत्त 35.3 करोड़ डॉलर के 'विशेष आर्थिक पैकेज' के तहत कार्यान्वित की जा रहीं पांच आधारभूत ढांचा परियोजनाओं में से एक है।
नए सुप्रीम कोर्ट में अत्याधुनिक उपकरण हैं शामिल
मॉरीशस के सुप्रीम कोर्ट के इस नए भवन में 26,000 वर्ग मीटर का एक क्षेत्र शामिल है, जिसमें 24 कोर्ट रूम और अत्याधुनिक उपकरण शामिल हैं, साथ ही साथ दो भूमिगत कार पार्किंग भी है। यह नया बुनियादी ढाँचा इसमें तीन अस्सिटेंट कोर्ट, चार कमर्शियल कोर्ट, औपचारिक मामलों के लिए एक कोर्ट और पारिवारिक मामलों के लिए एक कोर्ट भी होगा।
बता दें कि पोर्ट लुइस में एडिथ कैवेल स्ट्रीट में नए सुप्रीम कोर्ट के निर्माण का ठेका भारत के राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (NBCC) को दिया गया है। इस बात पर जोर दिया जाता है कि यह परियोजना जनसंख्या की जरूरतों और अपेक्षाओं को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए इसे और अधिक आधुनिक बनाने के लिए न्यायिक प्रणाली के बुनियादी ढांचे के सुधार का हिस्सा है।
गौरतलब है कि अक्तूबर 2019 में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने, मॉरीशस में मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना के पहले चरण और नये ईएनटी अस्पताल परियोजना का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था ।