राहुल गांधी का प्रधानमंत्री मोदी पर तंज, कहा- अपने मित्रों को 'दौलतवीर' और युवाओं को बना रहे हैं 'अग्निवीर'
सेना में नियुक्ति के लिए लांच नई स्कीम अग्निवीर को लेकर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एयरपोर्ट अपने मित्रों को देकर उन्हें दौलतवीर बना दिया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अग्निपथ स्कीम को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि 50 सालों के लिए एयरपोर्ट अपने मित्रों के हवाले कर उन्हें दौलतवीर बना रहे और युवाओं को चार साल के कंट्रैक्ट पर अग्निवीर। सेना में नियुक्ति को लेकर नई पालिसी को वापस करने की मांग के लिए सभी असेंबली में जारी 'सत्याग्रह' के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का यह बयान आया है।
राहुल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री पर किया हमला
राहुल ने हिंदी में ट्वीट किया है। इसमें कहा, 'प्रधानमंत्री अपने ‘मित्रों’ को 50 साल के लिए देश के एयरपोर्ट देकर 'दौलतवीर' और युवाओं को केवल 4 साल के कंट्रैक्ट पर 'अग्निवीर' बना रहे हैं। आज देश भर में कांग्रेस पार्टी ‘अग्निपथ’ के खिलाफ सत्याग्रह फार यूथ कर रही है। जब तक युवाओं को इंसाफ नहीं मिलता, ये सत्याग्रह नहीं रुकेगा।' उन्होंने कहा, ' देशभर में अग्निपथ स्कीम के खिलाफ आज कांग्रेस पार्टी ने सत्याग्रह फार यूथ का मुहिम छेड़ दिया है। जब तक युवाओं को न्याय नहीं मिल जाता यह सत्याग्रह नहीं रुकेगा ।'
प्रधानमंत्री अपने ‘मित्रों’ को 50 साल के लिए देश के एयरपोर्ट देकर 'दौलतवीर' और युवाओं को सिर्फ़ 4 साल के ठेके पर 'अग्निवीर' बना रहे हैं।
आज देश भर में कांग्रेस पार्टी ‘अग्निपथ’ के ख़िलाफ़ #SatyagrahaForYouth कर रही है। जब तक युवाओं को इंसाफ़ नहीं मिलता, ये सत्याग्रह नहीं रुकेगा।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 27, 2022
स्कीम लान्च होते ही शुरू हो गया विरोध
14 जून को अग्निपथ स्कीम के ऐलान के बाद से देश के अनेकों राज्य इस विरोध और हिंसा के गवाह हैं। इस स्कीम के तहत चार साल के लिए भारतीय सेना में साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के युवाओं की भर्ती की जाएगी। इनमें से 25 फीसद युवाओं को 15 साल अधिक तक रहने की मंजूरी मिलेगी। 2022 के लिए यह आयुसीमा 23 साल तक है। 20 जून को इस मुद्दे पर कांग्रेस ने जंतर मंतर समेत अन्य राज्यों में शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया था। कांग्रेस के सांसदों ने संसद से एक शांतिपूर्ण मार्च की थी। वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास इस मुद्दे पर एक ज्ञापन भी सौंपा और इस विवादित स्कीम को वापस लेने की गुजारिश की। सशस्त्र सेना के कमांडर इन चीफ राष्ट्रपति हैं।