कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा को बंगाल से भी राज्यसभा भेजने की योजना
सत्तारूढ़ तृणमूल के पास चार सदस्यों को जिताने के बाद इतने विधायक बच जाएंगे जो कांग्रेस व वाममोर्चा का खेल बिगाड़ सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल कांग्रेस इकाई का एक धड़ा राज्य से प्रियंका वाड्रा को राज्यसभा भेजने की योजना बना रहा है। आगामी अप्रैल के शुरुआत में ही बंगाल से राज्यसभा की पांच सीटें रिक्त होंगी और इसके लिए चुनाव होना है। तृणमूल कांग्रेस के पास इतने विधायक हैं कि वह अकेले ही चार सदस्यों को राज्यसभा भेज सकती है। मामला पांचवीं सीट को लेकर फंसा हुआ है क्योंकि न तो कांग्रेस के पास और न ही वाममोर्चा व भाजपा के पास इतने विधायक हैं कि वे अपने दम पर किसी एक को जीता कर राज्यसभा भेज सकें। इसीलिए कांग्रेस व वाममोर्चा नेता संयुक्त रूप से एक प्रत्याशी देने की चर्चा कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस व वाममोर्चा का खेल बिगाड़ सकती है
इन सबके बीच सत्तारूढ़ तृणमूल के पास चार सदस्यों को जिताने के बाद इतने विधायक बच जाएंगे जो कांग्रेस व वाममोर्चा का खेल बिगाड़ सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए प्रियंका वाड्रा राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में सबसे उम्दा नाम हो सकती हैं।
मध्य प्रदेश से भी प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने की तैयारी चल रही है
मध्य प्रदेश में अप्रैल में राज्यसभा की रिक्त होने वाली तीन सीटों में से एक सीट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को उतारे जाने की अटकलों पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ने मौन साध रखा है। पार्टी के विधायक, पीसीसी पदाधिकारी जरूर प्रियंका को प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने के पक्ष में हैं, लेकिन ऊपर क्या चल रहा है, इसकी किसी को भनक तक नहीं है। यह अवश्य कहा जा रहा है कि कांग्रेस को प्रदेश से मिलने जा रही दो राज्यसभा सीटों में से एक पर प्रदेश के बाहर के किसी नेता को भेजा जा सकता है।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं
दो महीने बाद मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर तीन दिन से प्रियंका गांधी के नाम की अटकलें हैं। पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने इस बारे में टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि अभी तक पीसीसी को एआइसीसी की तरफ से कोई पत्र नहीं मिला है।
सज्जन सिंह वर्मा और अरुण यादव ने की मांग
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी को प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने के मद्देनजर बयानबाजी की शुरुआत कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की मांग से हुई। इसके बाद सोमवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी ट्वीट कर मैदान में उतरे। उन्होंने प्रियंका को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने को सामयिक बताते हुए लिखा कि इससे राज्यसभा में फांसीवादी विचारधारा के खिलाफ जमीनी संघर्ष की धार को और अधिक तीखा किया जा सकेगा।
कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने भी प्रियंका को मध्य प्रदेश से राज्यसभा चुनाव में उतारे जाने की मांग की है। दूसरी तरफ पीसीसी के महामंत्री महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वे हाईकमान को पत्र लिखकर प्रियंका को यहां से राज्यसभा का टिकट दिए जाने की मांग करेंगे।
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीट खाली होने वाली हैं। इनमें से दो कांग्रेस और एक भाजपा के पास जाना तय है। कांग्रेस की 2 सीटों पर पहले ही दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह दावेदार हैं, लेकिन अब हाईकमान की तरफ से प्रियंका गांधी का नाम भी चर्चा में आ रहा है। ऐसी स्थिति में तीनों दिग्गज नेता में से किसी एक को फिलहाल सदन में जाने का मौका छोड़ना पड़ सकता है।