पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने कहा-खपत वाले देशों के हितों को नजरअंदाज करना संभव नहीं
उज्ज्वला योजना में पहला सिलेंडर लेने के बाद कोई दूसरा सिलेंडर नहीं लेता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा है कि ईरान से कच्चा तेल खरीदने की अमेरिकी मंजूरी से सिद्ध हो गया है कि खपत करने वाले देशों के हितों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री निरंतर इस बात को कहते रहे हैं कि खपत करने वाले देशों के हित सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका से मिली इस मंजूरी का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उनके इस अभियान ने न केवल भारत को कच्चे तेल की सप्लाई सुनिश्चित हुई बल्कि कई अन्य देशों को भी इसका लाभ हुआ है। ईरान से तेल लाने का ब्यौरा पूछे जाने पर प्रधान ने कहा यह जल्द तय हो जाएगा।
उज्ज्वला में 80 फीसद ने कराया रीफिल
पेट्रोलियम मंत्री ने उन आरोपों को निराधार करार दिया जिसमें कहा गया है कि उज्ज्वला योजना में पहला सिलेंडर लेने के बाद कोई दूसरा सिलेंडर नहीं लेता है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना में पौने छह करोड़ कनेक्शन दिए गए हैं और इसमें से 80 फीसद तक रीफिल हो रहा है। यही नहीं, इसमें साल में न्यूनतम चार सिलेंडर तक रिफिल हो रहे हैं।
कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए एलपीजी सिलेंडरों के वितरण के संबंध में सीएससी और तेल मार्केटिंग कंपनियों के बीच हुए एमओयू के मौके पर उन्होंने कहा कि देश में एलपीजी ग्राहकों को लेकर सरकार संजीदा है। पिछले दिनों की तुलना में सब्सिडी बढ़ी है। यह करीब 55 रूपये प्रति सिलेंडर तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि अब एलपीजी सिलेंडरों के वितरण से सीएससी के ग्रामीण उद्यमी भी मुनाफा आर्जित कर पाएंगे।