राफेल डील की चर्चा पर बोले पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम, कहा अदालत की जगह यहां हो चर्चा
यदि सरकार संसद में इस मुद्दे पर बहस नहीं चाहती है तो दूसरा विकल्प संयुक्त संसदीय समिति गठित करना है।
नागपुर, पीटीआइ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि राफेल लड़ाकू जेट पर चर्चा की सही जगह संसद है न कि अदालत। उनकी पार्टी इस सौदे में बड़ा घोटाला होने का आरोप लगा रही है।
एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राफेल सौदे की तुलना बोफोर्स मामले से नहीं की जा सकती। स्वीडन से 1980 में हुए बोफोर्स तोप सौदे में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ था। राफेल सौदे पर अदालत जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'इस समस्या का समाधान अदालत नहीं है। भारत में अब हर बात को लेकर कोर्ट जाने का फैशन बन गया है।'
चिदंबरम ने कहा, 'बहस की जगह संसद है। इस जगह पर निर्वाचित प्रतिनिधि होते हैं। बहस संसद में होनी चाहिए, न कि कोर्ट में। भारत ही ऐसी जगह है जहां अदालत बहस करने की जगह बन गई है।' यदि सरकार संसद में इस मुद्दे पर बहस नहीं चाहती है तो दूसरा विकल्प संयुक्त संसदीय समिति गठित करना है। कांग्रेस लगातार इसकी मांग कर रही है। इसमें सौदे पर बहस कराई जा सकती है।