Parliament: विपक्ष पर हमले के अलावा रोजगार, किसान और कई अन्य मुद्दों पर पीएम मोदी का भाषण, पढ़ें अपडेट
संसद के बजट सत्र के छठे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में भाषण दे रहे हैं। पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रपति के भाषण की सराहना की जा रही है।
नई दिल्ली, एजेंसी। Parliament Budget Session Live Updates, संसद के बजट सत्र का आज छठा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में बोले। पीएम मोदी ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। संसद से सभी अपडेट पाने के लिए जुड़े रहें...
Parliament Live Updates:
- तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने आज लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर कहा कि यह परियों की कहानी और औसत दर्जे का मिश्रण था। बजट में या उनके भाषण में कोई संख्या नहीं है, केवल गुणात्मक भव्य खड़े हैं।
-लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण पर राहुल गांधी बोले कि सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है। हमने मोदी से कई बार पूछा लेकिन उन्होंने उसपर कुछ नहीं बोला। इससे पहले वित्त मंत्री ने लंबा भाषण दिया लेकिन वह भी रोजगार पर नहीं बोलीं। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी की शैली देश को मूल मुद्दों से हटाने वाली है। वह कांग्रेस की बात करते हैं, जवाहरलाल नेहरू की, पाकिस्तान की, आदि की लेकिन मूल मुद्दों की नहीं।
-पीएम बोले- उन दंगों के आरोपियों को जेल में तो नहीं भेजा पर उन दंगों को भड़काने का आरोप जिन पर लगा था, उनको एक राज्य का मुख्यमंत्री बना देते हो।
-पीएम मोदी- मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं जो अल्पसंख्यकों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहते हैं। क्या कांग्रेस को 1984 के दिल्ली के सिख विरोधी दंगे याद नहीं, क्या वो अल्पसंख्यक नहीं थे?
-PM बोले- संविधान बचाने की बात कांग्रेस को दिन में 100 बार कहनी चाहिए। उनका यह मंत्र होना चाहिए।
-पीएम मोदी बोले- पाकिस्तान के हालात को देखते हुए गांधी जी के साथ ही नेहरू जी की भावनाएं भी जुड़ी थी। सभी लोग इस तरह के कानून (CAA) की बात कहते रहे हैं। क्या पंडित नेहरू कम्युनल थे? क्या हिन्दू-मस्लिम में भेद करते थे? क्या वो हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते थे? कांग्रेस की दिक्कत ये है कि वो बातें बनाती है, झूठे वादे करती है और दशकों तक वादों को टालती है।
-पीएम मोदी ने कहा- 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ, जो भारत-पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों के संरक्षण के लिए हुआ। इस समझौते में धार्मिक अल्पसंख्यकों का जिक्र हुआ था।
-पीएम मोदी बोले- कई दशक बाद भी पाकिस्तान की सोच नहीं बदली है, वहां अब भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण ननकाना साहिब में देखने को मिला। ये केवल हिंदू और सिखों के साथ नहीं बल्कि वहां अन्य जो अल्पसंख्यक हैं, उनके साथ भी यही हो रहा है।
-पीएम मोदी ने कहा कि हमें याद दिलाया जा रहा है कि जय हिंद का नारा देने वाले हमारे मुस्लिम ही थे। दिक्कत यही है कि कांग्रेस की नजर में ये लोग हमेशा ही सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम थे। लेकिन हमारे लिए, हमारी नजर में वो भारतीय हैं, हिंदुस्तानी हैं।
-कांग्रेस और उसके जैसे दलों ने जिस दिन भारत को भारत की नजर से देखना शुरु किया, उस दिन उन्हें अपनी गलती का अहसास होगा।
-पीएम मोदी बोले- CAA को लेकर कुछ लोग कह रहे हैं कि इसे लाने की इतनी जल्दी क्या थी? कुछ माननीय सदस्यों ने कहा कि हम देश के टुकड़े करने चाहते हैं। विडंबना यह है कि ये वो लोग बोल रहे हैं जो देश के 'टुकडे टुकडे' करने वालों के बगल में खड़े होकर फोटो खिंचवाना पसंद करते हैं।
-पीएम मोदी बोले- अगर विपक्ष यह मानता है कि संविधान इतना महत्वपूर्ण है तो हिंदुस्तान के संविधान को जम्मू कश्मीर में लागू करने से इन्हें किसने रोका था। कश्मीर भारत का मुकुटमणि है। कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और अलगाववाद की बना दी गई थी। महबूबा मुफ्ती जी ने 370 हटने के बाद कहा था कि भारत ने कश्मीर के साथ धोखा किया है। हमने जिस देश के साथ रहने का फैसला किया था, उसने हमें धोखा दिया है। ऐसा लगता है कि हमने 1947 में गलत चुनाव कर लिया था। उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को हटाना ऐसा भूकंप लाएगा कि कश्मीर भारत से अलग हो जाएगा। फारुख अब्दुल्ला ने कहा था 370 को हटना कश्मीर के लोगों की आजादी का मार्ग प्रशस्त करेगा।
पीएम मोदी ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या ऐसी बातों को कोई स्वीकार कर सकता है क्या?
-पीएम मोदी बोले- हमारे देश में सिक्किम ऐसा प्रदेश है जिसने ऑर्गेनिक प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बनाई है। देश के दूसरे राज्यों को सिक्किम जैसे छोटे राज्य ने प्रेरणा दी है।
-पीएम ने कहा, 'सर्वोच्च अदालत संविधान में एक महत्वपूर्ण अंग है। जब वो सर्वोच्च अदालत बार बार ये कहे कि आंदोलन ऐसे न हो जो सामान्य मानव को तकलीफ दे और हिंसा के रास्ते पर ना चले। मगर वामपंथी और कांग्रेस के लोग वहां जाकर लोगों को उकसा रहे हैं और भड़काऊ बातें कर रहे हैं।'
-पीएम मोदी बोले- संविधान के नाम पर दिल्ली में जो हो रहा है उसे देख रहा है देश, देशवासियों की चुप्पी कभी तो रंग लाएगी।
-कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया हो और उस प्रस्ताव को प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ देने वाले लोगों को संविधान बचाने की शिक्षा लेना बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा।
-आपातकाल को कौन लाया? संविधान में सबसे अधिक संशोधन कौन लाया? किसने अनुच्छेद 356 को सबसे अधिक लागू किया? पीएम मोदी के कांग्रेस से सवाल, कहा-जिन्होंने लोगों से जीने का कानून छीनने की बात कही थी, उन्हें बार-बार संविधान बोलना भी पड़ेगा, पढ़ना भी पड़ेगा। जो लोग सबसे ज्यादा बार संविधान को बदलने का प्रस्ताव लाए हैं, उन्हें संविधान बचाने की बात करनी ही पड़ेगी।
-पीएम मोदी ने कहा, '20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो 6 महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिल जाए।'
-पीएम मोदी ने लोकसभा में राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि वे अब अपनी पीठ मजबूत करेंगे। वे अब सूर्य नमस्कार करने की संख्या बढ़ा देंगे, जिससे उनकी पीठ मजबूत होगी। इसके बाद राहुल गांधी भी लोकसभा में खड़े हो गए थे। बता दें कि बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि 6 महीने में देश के युवा पीएम मोदी को डंडे मारेंगे।
-पीएम मोदी बोले- दिल्ली में हर रोज ट्रैफिक से हजारों ट्रक गुजरते थे। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे को पूरा करने का 2009 में यूपीए सरकार का संकल्प था। 2014 तक वो कागजों तक ही सीमित रहा। 2014 में आने के बाद हमने मिशन मोड पर काम किया और आज ये काम पूरा हो गया है।
-पीएम मोदी बोले- अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है। इसलिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं।
-मुद्रा योजना, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं ने देश में स्वरोजगार को बहुत बड़ी ताकत दी है। देश में पहली बार करोड़ों लोग मुद्रा योजना से खुद तो रोजी-रोटी कमाने लगे हैं और दूसरों को भी रोजगार देने लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा।
-पीएम मोदी ने कहा, अर्थव्यवस्था को गति मिले इसके लिए भी हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। जनवरी 2019 से जनवरी 2020 के बीच 6 बार जीएसटी राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। FDI, अप्रैल-सितंबर 2018 में 22 बिलियन डॉलर था। आज उसी अवधि में ये 26 बिलियन डॉलर को पार कर गया है।
-पीएम मोदी बोले- किसानों की आय बढ़े, ये हमारी प्राथमिकता है। साथ ही इनपुट कोस्ट कम हो। हमारे देश में पहले 7 लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई, जबकि हमारे कार्यकाल में 100 लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई।
-पीएम मोदी ने कहा, 'पीएम फसल बीमा योजना से किसानों में एक विश्वास पैदा हुआ। इस योजना के अंतर्गत किसानों से करीब 13 हजार करोड़ रूपये का प्रीमियम आया। लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को जो नुकसान हुआ, उसके लिए किसानों को करीब 56 हजार करोड़ इस बीमा योजना से प्राप्त हुए।'
-किसानों की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हम जानते हैं कि डेढ़ गुना एमएसपी का विषय लंबे समय से अटका था, ये किसानों के प्रति हमारी जिम्मेदारी थी कि हम उसे पूरा करें। वर्षों से लटकी करीब 99 सिंचाई परियोजनाओं पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करके पूरा किया और अब किसानों को उसका लाभ मिल रहा है।'
-पीएम मोदी ने बोड़ो जनजाति की भी चर्चा की। कहा कि पहले समझौते तो हुए, फोटो भी छप गई, लेकिन कागज पर किए समझौते से बोड़ो जनजाति के लोगों का भला नहीं हुआ।
-पीएम मोदी ने कहा, 'नॉर्थ ईस्ट में पिछले 5 वर्ष में जो दिल्ली उन्हें दूर लगती थी, आज वही दिल्ली उनके दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई है। चाहे बिजली की बात हो, रेल की बात हो, हवाई अड्डे की बात हो या फिर मोबाइल कनेक्टिविटी की बात हो, ये सब करने का हमने प्रयास किया है।'
-सरकार के काम गिनाते हुए पीएम मोदी बोले- अगर हमारी सरकार के काम करने की गति तेज ना होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते। 13 करोड़ गरीब लोगों के घरों में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता। 2 करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बन पाते और लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा नहीं हो पाता।
-पीएम मोदी ने कहा, हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसको देश की जनता देखा और देखने के बाद हमें फिर से सेवा करने का मौका दिया। अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट इतनी जल्दी नहीं खुलते।
-पीएम मोदी ने कहा, 'कोई इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि देश चुनौतियों से लोहा लेने के लिए हर पल कोशिश करता रहा है।'
-पीएम मोदी ने कहा, 'आज दुनिया भारत की ओर देख रही है, ऐसे में हम अगर चुनौतियों को चुनौती नहीं देते, अगर हम हिम्मत नहीं दिखते और अगर हम सबको साथ लेकर चलने की गति नहीं दिखाते तो हमें लंबे अरसे तक समस्याओं से जूझना पड़ता।
-पीएम मोदी ने कहा, 'अगर कांग्रेस के रास्ते पर हम चलते तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार करना पड़ता। 35 साल बाद भी नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान का इंतजार देश को करते रहना पड़ता।
28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता।
-विपक्ष की ओर इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आपकी सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में होती। आप जैसी सोच रखते तो करतापुर साहिब कोरिडोर कभी नहीं बन पाता। आपके तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता।'
-पीएम मोदी ने कहा, ' ऐसा नहीं है कि लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है। इस देश की एक नई सोच के साथ काम करने की इच्छा और अपेक्षा के कारण हमें यहां आकर काम करने का अवसर मिला है।
-पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा- एक स्वर ये उठा है कि सरकार को सारे कामों की जल्दी क्या है? हम सारे काम एक साथ क्यों कर रहे हैं? हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती।
-लोकसभा में पीएम मोदी: राष्ट्रपति ने न्यू इंडिया के लिए विजन पर प्रकाश डाला। उनका संबोधन ऐसे समय आता है जब हम सदी के तीसरे दशक में प्रवेश करते हैं। राष्ट्रपति का अभिभाषण आशा की भावना पैदा करता है और भविष्य में देश को आगे ले जाने के लिए एक रोडमैप प्रस्तुत करता है। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का धन्यवाद किया।
-लोकसभा में पीएम मोदी का संबोधन शुरू। विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आपके लिए गांधीजी ट्रेलर हो सकते हैं लेकिन हमारे लिए जिंदगी हैं गांधी।
-कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बुधवार को अपने पहले भाषण में कहा कि राष्ट्रपति का भाषण उस राष्ट्र की सच्ची तस्वीर को चित्रित नहीं करता है जहां बेरोजगारी बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसानों के मुद्दों को हल करने में विफल रही है।
-अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार ने देश के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत किया है और "सबका साथ सबका विकास" में विश्वास किया है।
-नेहरू, गांधी, अंबेडकर, संविधान और हम भारत के लोगों पर हमला हो रहा है .... वर्तमान सरकार के तहत हर दिन 30 जनवरी है जब महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। राष्ट्र का पारिस्थितिकी तंत्र नष्ट हो रहा है और वो दिन दूर नहीं हैं जब यहां तालिबान शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा। आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने बुधवार को धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान कहा।
-राज्यसभा में विपक्षी दलों ने बुधवार को संशोधित नागरिकता कानून के विरोध को सही करार देते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा से संविधान खतरे में है।
राकांपा, द्रमुक, तेदेपा और राजद के सदस्यों ने भी पिछले साल 5 अगस्त से नेकां के नेता फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी पर चिंता व्यक्त की। सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। बता दें कि 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस ले लिया था।
बहस के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा ने जम्मू-कश्मीर और नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार के फैसलों का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्र और लोकतंत्र को मजबूत किया है और शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन के समर्थन पर विपक्ष को घेरा।
-लोकसभा: कांग्रेस के 2 सांसदों ने कुणाल कामरा पर उड़ान प्रतिबंध मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पारित किया
-पीएम मोदी राज्यसभा में शाम 5 बजे बोलेंगे।
Prime Minister Narendra Modi to reply in Rajya Sabha to the Motion of Thanks on the President's Address, at around 5 pm today. https://t.co/Dr5KUMwUsu" rel="nofollow
— ANI (@ANI) February 6, 2020
-प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जानकारी दी कि आज दोपहर 12 बजे के आसपास, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में बोलेंगे।
-तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने 'भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)' में प्रस्तावित बदलावों को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल दिया है।
-कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कर्नाटक के बीदर के एक कॉलेज में एक छात्र के माता-पिता की कथित गिरफ्तारी को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल का नोटिस दिया।
-भाजपा सांसद महेश पोद्दार ने राज्यसभा में 'झारखंड और आसपास के राज्यों में अलगाववादी आंदोलन' पर लघु अवधि चर्चा नोटिस दिया है।
-लोकसभा में CAA के विरोध में शाहीन बाग पर जमा लोगों द्वारा प्रदर्शन पर बोले भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या, 'बहुसंख्यक समुदाय को हो जाना चाहिए सतर्क, क्योंकि दिल्ली मुगल शासन से दूर नहीं'। बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआइ ने बताया कि बुधवार को सूर्या ने यह बयान लोकसभा में दिया था। जानकारी के मुताबिक, सूर्या के इस बयान पर लोकसभा में खूब हंगामा मचा था।
-कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि सरकार को शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को विश्वास में लेना चाहिए और तनाव को कम करने के लिए उनसे बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को वापस लेने का भी आग्रह किया और कहा कि लोगों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि NRC और NPR को लागू नहीं जाएगा।