Move to Jagran APP

दिल्ली की रैली में PM मोदी को निशाना बनाने की तैयारी, पाकिस्तान को लेकर इंटेलिजेंस का बड़ा खुलासा

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन 22 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की होने वाली रैली में उनको निशाना बना सकते हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2019 12:03 PM (IST)
दिल्ली की रैली में PM मोदी को निशाना बनाने की तैयारी, पाकिस्तान को लेकर इंटेलिजेंस का बड़ा खुलासा
दिल्ली की रैली में PM मोदी को निशाना बनाने की तैयारी, पाकिस्तान को लेकर इंटेलिजेंस का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली, आइएनएस। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन 22 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की होने वाली रैली को निशाना बना सकते हैं।समाचार एजेंसी आइएएनएस ने इसकी एक्सक्लूसिव जानकारी दी है। इस अलर्ट को लेकर खुफिया एजेंसियों ने विशेष सुरक्षा समूह(एसपीजी) और दिल्ली पुलिस को इसको लेकर सूचित किया है। पीएम मोदी 22 दिसंबर को दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के लिए केंद्र की चाल के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित एक मेगा रैली को संबोधित करने के लिए रामलीला मैदान पहुंच रहे हैं।

loksabha election banner

केंद्रीय एजेंसियों ने पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा प्रतिष्ठानों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं।इसमें प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए ब्लू बुक में निहित निर्देश को पूरी तरह से लागू करने के लिए कहा गया है।एजेंसियों ने कहा कि उनके पास नए इनपुट हैं कि रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री को जान से मारने की साजिश के तहत भारत में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के गुर्गों को जुटाया गया है, जहां भारी संख्या में मीडियाकर्मियों की भारी भीड़ और मौजूदगी की उम्मीद है।

रामलीला मैदान में सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा समूह(एसपीजी) और दिल्ली पुलिस दोनों मौजूद रहेंगी। रैली में एनडीए के विभिन्न मुख्यमंत्रियों और कैबिनेट मंत्रियों के साथ पीएम मोदी मौजूद रहेंगे।

खुफिया एजेंसियों के बताया, 'नागरिकता संशोधन अधिनियम (12 दिसंबर), राम जन्मभूमि का फैसला (9 नवंबर) और हाल ही में अनुच्छेद 370 (5 अगस्त) को हटाए जाने के अलावा पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना द्वारा जैश के आतंकी ठिकानों पर हमले से आतंकियों में बौखलाहट है। इस कारण ऐसे हमले की धमकी दी जा रही है।'

खुफिया एजेंसियों ने कहा कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI)आतंकी समूहों को ढांचागत और अन्य वित्तीय/रसद सहायता प्रदान करना जारी रखती है। अक्टूबर 2019 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा लश्कर-ए-तैयबा द्वारा कथित रूप से प्रकाशित पत्र, जम्मू और कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा कथित ज्यादतियों का बदला लेने के लिए प्रधान मंत्री सहित भारतीय गणमान्य लोगों को लक्षित करने की धमकी दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.