पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल कांग्रेस के जितिन प्रसाद बोले- इसे गलत समझा जा रहा है
कांग्रेस के जितिन प्रसाद ने कहा कि सोनिया और राहुल गांधी को भी उन पर पूरा भरोसा। पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शुमार हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठन में बदलाव की मांग करने वाले 23 नेताओं में शुमार जितिन प्रसाद ने शनिवार को कहा कि पत्र को गलत समझा जा रहा है और उन्हें शीर्ष नेतृत्व पर पूरा विश्वास है। पत्र को नेतृत्व में बदलाव के इरादे से नहीं लिखा गया था।एक साक्षात्कार के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि पत्र लिखने का एकमात्र उद्देश्य यह सुझाव देना था कि पार्टी को पुनर्जीवित कैसे किया जाए और संगठन को मजबूत बनाने के लिए आत्ममंथन किया जाए। यह शीर्ष नेतृत्व को कमजोर करने के लिए नहीं था। यह उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति में भी कहा था।
पार्टी के कुछ नेताओं का आरोप है कि पत्र का मकसद शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाना था, इस पर जितिन प्रसाद ने कहा, 'सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर मुझे पूरा भरोसा है और उन्हें भी मुझ पर पूरा विश्वास है।' उनके इस बयान का महत्व इसलिए है क्योंकि लखीमपुर खीरी की जिला कांग्रेस समिति ने प्रस्ताव पारित करके पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा है और जितिन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस पर उन्होंने कहा कि यह प्रतिस्पर्धी गुटों की स्थानीय प्रतिद्वंदिता का परिणाम हो सकता है। यह छोटे-मोटे मामले हैं जो हर लोकतांत्रिक दल में होते रहते हैं। उन्हें किसी से शिकवा नहीं है क्योंकि हर कोई कांग्रेस परिवार का हिस्सा है।
कांग्रेस अध्यक्ष कह चुकी हैं कि यह मामला खत्म हो गया है और हमें सत्तारूढ़ गठबंधन से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करना है। उनसे उस ऑडियो क्लिप के बारे में भी सवाल किया गया जिसमें लखीमपुर खीरी जिला कांग्रेस समिति के प्रमुख कह रहे हैं कि प्रस्ताव को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के निर्देश पर पारित किया गया। इस पर जितिन ने कहा, 'मैं असत्यापित मीडिया रिपोर्टो पर टिप्पणी नहीं करता।' आगे की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि बिहार, बंगाल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में अहम चुनाव होने वाले हैं और हम अपनी ऊर्जा सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने में लगाएंगे।