कश्मीर में शांति बहाली की कोशिशों में जुटे NSA अजित डोभाल, बोले-घाटी में शरारती तत्वों पर कसें नकेल
एनएसए अजीत डोभाल ने शुक्रवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर मौजूदा आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य पर विचार विमर्श किया। उन्होंने ईद पर किए जा रहे प्रबंधों की भी समीक्षा की।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर राज्य के मौजूदा आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य पर विचार विमर्श किया। उन्होंने ईद-उल-जुहा पर किए जा रहे प्रबंधों की भी समीक्षा की।
उन्होंने संबंधित सुरक्षाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि वे कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले शरारती तत्वों पर नकेल कसें। इसके साथ ही आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए। इसके अलावा वे स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों से भी मिले।
लोगों और सुरक्षाबलों से मिलकर ली हालात की जानकारी
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित राज्य बनाने के बाद घाटी में उपजे हालात की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खुद निगरानी कर रहे हैं। वह वादी के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों से भी मिलकर हालात की जानकारी ले रहे हैं। वह सोमवार को कश्मीर आए थे। बुधवार को वह दिल्ली लौटे थे। वहीं, शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नई दिल्ली से दोबारा श्रीनगर पहुंचे।
शरारती तत्वों को नाकाम बनाने पर चर्चा
उन्होंने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से हालात पर चर्चा की। दोनों ने जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के दौरान होने वाली गतिविधियों से लेकर शरारती तत्वों को नाकाम बनाने, ईद-उल-जुहा पर आम लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने, लोगों को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूíत को यकीनी बनाने संबंधी मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
राज्यपाल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने वादी में इंटरनेट और टेलीफोन सेवाओं के बंद होने से आम लोगों को पेश आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए किए उपायों का जायजा लिया।
पीएम मोदी के भाषण का जम्मू-कश्मीर में शांत प्रभाव
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन का पूरे जम्मू-कश्मीर पर शांत प्रभाव पड़ा है। यहां स्थिति अभी शांतिपूर्ण है। ईद से पहले और बाद में छूट दी जाएगी। त्योहार को पारंपरिक तरीके से मानाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने आज लल्ला डेड हास्पिटल और जीबी पंत चिल्ड्रेन हास्पिटल का दौरा किया। हास्पिटल में राउंड पर क्लाक सर्विस काम कर रही है। एंबुलेंस में तेल और दवा, मरीजों के कल्याण के लिए रुपये का वितरण किया गया।
1600 कर्मचारी ड्यूटी पर
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति, पानी और स्वच्छता जैसी आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए 1600 कर्मचारी ड्यूटी पर हैं। कश्मीर में दस हजार लोग डयूटी पर कार्यरत हैं। ज्यादातर एटीएम कार्यरत हैं। हमने दैनिक काम करने वाले मजदूरों के लिए अगस्त महीने का अग्रिम वेतन भुगतान किया है।
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