Karnataka Assembly Polls: कर्नाटक में सीएम उम्मीदवार नहीं घोषित करेगी कांग्रेस, जानें क्या है इस बार की रणनीति
कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिसे कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। दिल्ली में हुई बैठक के बाद कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव में उतरेगी। मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित नहीं किया जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। कर्नाटक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Polls 2023) को लेकर कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है। शुक्रवार को दिल्ली में कर्नाटक के नेताओं के साथ हुए लंबे विचार-विमर्श और चर्चा के बाद कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सामूहिक प्रयासों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार (Karnataka Congress Chief DK Shivakumar) और कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Former Chief Minister Siddaramaiah) ने आगामी चुनावों के लिए भविष्य की रणनीति बनाने के लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के आवास पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ दो दिनों तक बैठक की। बैठक में कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा नहीं घोषित करना चाहती कांग्रेस
सूत्रों के मुताबिक, राज्य नेतृत्व का एक धड़ा चाहता है कि पार्टी को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए चेहरा घोषित नहीं करना चाहिए और आगामी चुनावों में सामूहिक नेतृत्व के साथ जाना चाहिए।
जल्द प्रचार कार्यक्रम होगा शुरू
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि इस बार राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए सामूहिक प्रयासों की बहुत जरूरत है और दक्षिण में महत्वपूर्ण राज्य को जीतने के लिए चुनावी लड़ाई में एकजुट होना बहुत जरूरी है। कांग्रेस जल्द ही राज्य में प्रचार कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।
अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने कर्नाटक से तीन सीटें जीतीं हैं। जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली है। वहीं, जनता दल-सेक्युलर का खाता भी नहीं खुल सका। कर्नाटक से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। हालांकि, कांग्रेस की तरफ से घोषित दूसरे उम्मीदवार को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।