किसी भारतीय नागरिक के देश छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता, CAA के संदर्भ में बोले धर्मेंद्र प्रधान
बिहार के किशनगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर बयान दिया था उसपर अब धर्मेंद्र प्रधान ने भी लोगों को साफ किया है कि किसी को बाहर भेजना का कोई सवाल नहीं उठता।
नई दिल्ली, एएनआइ। लोगों में विश्वास जगाने की कोशिश करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि भारतीय नागरिकों के देश छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। उनकी यह टिप्पणी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उस बयान के बाद आई, जिसमें कहा गया था कि किसी के भी पास किसी को देश से बाहर फेंकने की शक्ति नहीं है, जाहिर तौर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर इस क्षेत्र में लोगों में आशंका है।
प्रधान ने एएनआई को बताया, 'किसी भी भारतीय नागरिक के भारत छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। लेकिन वैश्विक स्तर पर भी, सभी देशों ने अपने देश में रहने वाले अपने नागरिकों और विदेशियों की पहचान करने का काम किया है। इसलिए, भारत भी इसी तरह की कवायद शुरू करने के लिए हाल ही में पहल कर रहा है।'
बिहार के किशनगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए, नीतीश कुमार ने कहा था, 'जो गलत सूचना फैलाता रहता है, बकवास करता रहता है? कौन किसे देश से बाहर भेजेगा? किसी के पास किसी को भी बाहर फेंकने की शक्ति नहीं है क्योंकि सभी भारत के हैं। सब हिंदुस्तान के हैं।' बता दें कि यह अधिनियम पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न से भाग रहे हिंदुओं, सिखों, जैनियों, पारसियों, बौद्धों और ईसाइयों को नागरिकता देता है। 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से भारत आए हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों एवं ईसाइयों को अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा।
रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए, प्रधान ने कहा था, 'महाराष्ट्र सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। यह पूरी तरह से गलत है। वे सफल नहीं होंगे।' बता दें कि बुधवार को, गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की मौत के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जो मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर चुके थे। गोस्वामी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।