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सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट उम्र 70 साल करने के सुझाव पर एक राय नहीं

हाई कोर्ट के जजों की सेवानिवृत्त आयु 62 से बढ़ाकर सुप्रीम कोर्ट के समान 65 वर्ष की जानी चाहिए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 07:17 AM (IST)
सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट उम्र 70 साल करने के सुझाव पर एक राय नहीं
सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट उम्र 70 साल करने के सुझाव पर एक राय नहीं

नई दिल्ली, आइएएनएस। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जजों की सेवानिवृत्ति आयु 70 साल करने के सुझाव से एकमत नहीं हैं। कुछ समय पहले अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने यह सुझाव दिया था। वेणुगोपाल ने जजों की सेवानिवृत्ति आयुसीमा बढ़ाने और वेतन में तीन गुना वृद्धि की पैरवी की थी।

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जस्टिस थामस और जस्टिस  राधाकृष्णन ने किया खारिज, जस्टिस रेड्डी ने किया समर्थन

जस्टिस केटी थामस और जस्टिस केएस पणिकर राधाकृष्णन ने जजों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने के सुझाव को खारिज किया है। दोनों का मानना है कि 65 साल की उम्र अधिकतम है। उनकी दलील है कि इस उम्र में उनके लिए कोर्ट के कामकाज का भारी बोझ उठाना मुश्किल है। हालांकि, जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने अटार्नी जनरल के सुझाव का समर्थन किया है।

वरिष्ठ वकील सीएस वैद्यनाथन का कहना है कि 65 साल के बाद भी जजों में काम करने की क्षमता होती है। उनका समर्थन करते हुए पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी और केवी विश्वनाथन का कहना है कि 65 साल की उम्र में जजों को रिटायर करने के पीछे कोई न्यायोचित कारण नहीं है। विश्वनाथन का तो यहां तक कहना है कि जजों की परिपक्वता उम्र 50 के अंत में या 60 की उम्र में शुरू होती है। ऐसे में किसी को भी 65 साल की उम्र के बाद भी अपनी प्रतिभा का उपयोग करने दिया जाना चाहिए।

अमेरिका में आजीवन पद पर रहते हैं जज

अमेरिका में जज ताउम्र पद पर रहते हैं वहीं ब्रिटेन में सेवानिवृत्ति आयु 70 साल है। अन्य देशों में भी सेवानिवृत्ति की उम्र 70 से 75 साल है। केवी विश्वनाथन ने दलील दी कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एंथनी मैकलॉड केनेडी ने इसी साल 82 साल की उम्र में पद छोड़ा।

सुप्रीम कोर्ट के समान हो रिटायरमेंट उम्र

रोहतगी, वैद्यनाथन और विश्वनाथन का कहना है कि न सिर्फ सेवानिवृत्ति आयु बढ़नी चाहिए बल्कि हाई कोर्ट जजों की सेवानिवृत्ति आयु की सीमा बढ़कर सुप्रीम कोर्ट जजों के समान 65 वर्ष होनी चाहिए। अभी हाई कोर्ट के जज 62 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। इस पर जस्टिस थामस का कहना है दोनों उच्च अदालतों में आयु सीमा एक जैसी होनी चाहिए। कुछ पूर्व न्यायाधीशों की मांग है कि हाई कोर्ट के जजों की सेवानिवृत्त आयु 62 से बढ़ाकर सुप्रीम कोर्ट के समान 65 वर्ष की जानी चाहिए।


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