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अविश्वास प्रस्ताव : सरकार की तरफ से ये चार सांसद रखेंगे पक्ष

अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार की तरफ से चार सांसद अपना पक्ष रखेंगे। इनमें राजनाथ सिंह समेत राकेश सिंह, वीरेंद्र सिंह मस्त और अर्जुन राम मेघवाल शामिल हैं।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 11:15 AM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 12:46 PM (IST)
अविश्वास प्रस्ताव : सरकार की तरफ से ये चार सांसद रखेंगे पक्ष
अविश्वास प्रस्ताव : सरकार की तरफ से ये चार सांसद रखेंगे पक्ष

नई दिल्ली (जेएनएन)। चार सालों में पहली बार नरेंद्र मोदी सरकार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने जा रही है। कहा जा रहा है कि लोकसभा में पेश वाले वाला अविश्वास प्रस्ताव में 2019 चुनाव की बिसात तय करेगाा। संख्या बल सरकार के पास है, ऐसे में यह तो साफ है कि विपक्ष को मुंह की खानी पड़ेगी। लेकिन देखना ये होगा कि सरकार के खिलाफ विपक्ष अपना पक्ष कितनी मजबूती से रखता है। सरकार की तरफ से चार सांसद अपना पक्ष रखेंगे, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत राकेश सिंह, वीरेंद्र सिंह मस्त और अर्जुन राम मेघवाल शामिल हैं।

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सरकार की तरफ से ये रखेंगे पक्ष

बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने सरकार की ओर से पक्ष रखने वालों की लिस्ट में चार सांसदों के नाम शामिल किए हैं। इस बीच संभावना यह भी जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी भी कांग्रेस के सवालों पर पलटवार कर सकते हैं।

राजनाथ सिंह

वर्तमान में राजनाथ सिंह केंद्रीय गृहमंत्री का पदभार संभाल रहे हैं। अपनी राजनीतिक पारी से शुरू करने से पहले कॉलेज में प्रोफेसर रह चुके राजनाथ सिंह दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बनारस के पास चंदौली जिले में जन्‍मे राजनाथ एक कुशल प्रशासक के रूप में जाने जाते रहे हैं। 10 जुलाई, 1951 को जन्‍मे राजनाथ ने गोरखपुर विश्‍वविद्यालय से भौतिकी विषय में प्रोस्‍ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। उसके बाद 1971 में केबी डिग्री कॉलेज में वह प्रोफेसर नियुक्‍त किए गए। इमरजेंसी के दौरान कई महीनों तक जेल में बंद रहने वाले राजनाथ सिंह को 1975 में जन संघ ने मिर्जापुर जिले का अध्‍यक्ष बनाया। 20 अक्‍टूबर 2000 में राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बने, हालांकि उनका कार्यकाल 2 साल से भी कम समय के लिए रहा।

राकेश सिंह

राकेश सिंह मध्य प्रदेश की जबलपुर संसदीय सीट से सांसद है। उन्हें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मध्य प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। राकेश सिंह तीसरी बार जबलपुर से सांसद चुने गये हैं और लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक हैं। उन्हें नरेंद्र सिंह तोमर और सीएम शिवराज सिंह चौहान का भी करीबी माना जाता है। राकेश सिंह ने साल 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की. राकेश सिंह एमपी बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य भी हैं।

वीरेंद्र सिंह मस्त

उत्तर प्रदेश के भदोही से सांसद हैं वीरेंद्र सिंह मस्त। वे भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। फेम इंडिया द्वारा चुने गए देश के श्रेष्ठ 25 सांसदों में शामिल। सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने नब्बे के दशक में बीहड़ से सियासत की दुनिया में कदम रखने वाली दस्यू फूलन देवी को मात देकर देश विदेश में शोहरत बटोरी थी। वह हमेशा संवाद के जरिए जनता और किसानों से सीधे जुड़े रहते हैं।

अर्जुन राम मेघवाल

 बुनकर से आइपीएस अधिकारी बने अर्जुन राम मेघवाल वर्तमान में बीकानेर से सांसद है। वर्तमान में वे केंद्रीय जल संसाधन, गंगा विकास, संसदीय कार्य मंत्री तथा पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री हैं। 2009 में बीकानेर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और पहली बार में ही जीत गए. 2014 में दूसरी बार सांसद बने।

किसको मिलेगा कितना वक्त

बता दें कि अविश्‍वास प्रस्‍ताव लाने वाली मुख्‍य पार्टी टीडीपी लोकसभा में इसपर चर्चा की शुरुआत की। टीडीपी की ओर से सांसद जयदेव गाला बहस की शुरुआत की। उन्हें सदन में बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया गया।  हालांकि पूरे देश की निगाहें कांग्रेस पर रहेगी। कांग्रेस को इस बहस में बोलने के लिए 38 मिनट दिए गए हैं। इस बहस में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे और ज्योतिरादित्य सिंधिया बोलेंगे।


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