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राहुल पर निर्मला ने कसा तंज, कहा- किसी 'भाई' की जेब में नहीं गया राफेल सौदे में दलाली का पैसा

नागपुर स्थित आइटीआइ में दासौ युवाओं को एविएशन क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग की सुविधा विकसित करने जा रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 09:19 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 09:19 PM (IST)
राहुल पर निर्मला ने कसा तंज, कहा- किसी 'भाई' की जेब में नहीं गया राफेल सौदे में दलाली का पैसा
राहुल पर निर्मला ने कसा तंज, कहा- किसी 'भाई' की जेब में नहीं गया राफेल सौदे में दलाली का पैसा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनी दासौ भारत में 30 हजार युवाओं को ट्रेनिंग देगी। विश्व कौशल विकास दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में दासौ के प्रतिनिधि ने इस संबंध में हुए समझौते का आदान-प्रदान किया।

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वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने समझौते का हवाला देते हुए राफेल सौदे में दलाली के आरोपों को लेकर राहुल गांधी पर तीखा तंज किया। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में आफसेट कांट्रैक्ट का पैसा किसी 'भाई' की जेब में नहीं गया है, बल्कि युवाओं को ट्रेनिंग देने के काम आ रहा है।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि आम चुनाव के दौरान बार-बार यह आरोप लगाया जा रहा था कि राफेल सौदे में आफसेट कांट्रैक्ट का पैसा मोदी ने किसी को दे दिया है, लेकिन सच्चाई आपके सामने है।

निर्मला ने कहा कि दासौ आफसेट कांट्रैक्ट का पैसा युवाओं को ट्रेनिंग देने पर खर्च कर रहा है। नागपुर स्थित आइटीआइ में दासौ युवाओं को एविएशन क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग की सुविधा विकसित करने जा रहा है।

इस अवसर पर बोलते हुए कानून और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डिजीटल इंडिया, मेक इंडिया, स्टार्ट अप और स्टैंड अप जैसी देश की तस्वीर बदलने वाली योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि इन सारी योजनाओं की सफलता युवाओं के कौशल विकास पर निर्भर करता है।

उन्होंने बताया कि 2014 के पहले भारत में मोबाइल फोन बनाने वाली केवल दो फैक्ट्रियां थी, जो अब बढ़कर 268 हो गई हैं। यही नहीं, भारत मोबाइल फोन उत्पादन में दुनिया में दूसरे नंबर का देश बन गया है। उन्होंने गांव-गांव में मोबाइल के बढ़ते प्रयोग को देखते हुए कौशल विकास योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में मोबाइल रिपेयरिंग के लिए युवाओं को ट्रेनिंग देने का सुझाव दिया। वहीं मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि यूजीजी कुछ ऐसे पाठ्यक्रम तैयार कर रहा है, जिसमें 50 फीसदी पढ़ाई के साथ-साथ 50 फीसदी ट्रेनिंग की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही उद्योग जगत की जरूरत को ध्यान में रखकर 150 नए पाठ्यक्रम भी तैयार किये जा रहे हैं। ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा ऊर्जावान युवाओं का है और इस दिशा को सही दिशा में उपयोग के लिए उन्हें कौशल विकास की ट्रेनिंग की जरूरी है। इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि अभी तक तीन करोड़ युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार सालाना एक करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी में है।

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