Move to Jagran APP

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला, कहा- एक परिवार को बड़ा बनाने में भुला दिये गये नेताजी

PM ने कहा कि पुलिस मेमोरियल सेवा, साहस और शौर्य का प्रतीक है। फिर भी क्या कारण है, इसे बनने में 70 वर्ष लग गए। पहले की सरकार ने दिल से प्रयास किया होता, तो ये कई वर्ष पहले बन जाता।

By Amit SinghEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 12:39 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 08:04 PM (IST)
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला, कहा- एक परिवार को बड़ा बनाने में भुला दिये गये नेताजी
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला, कहा- एक परिवार को बड़ा बनाने में भुला दिये गये नेताजी

नई दिल्ली, जेएनएन। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह पहले चाणक्यपुरी में नेशनल पुलिस मेमोरियल व म्यूजियम का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने लाला किले में आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ मनाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला।

loksabha election banner

आजाद हिंद फौज की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम ने लालकिले पर किया ध्वजारोहण

उन्होंने कहा कि सुभाषचंद्र बोस ने पहली वर्षगांठ पर ऐलान किया था इसी लाल किले पर एक दिन तिरंगा फहराया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने आजाद हिंद फौज के 75 साल होने पर बधाई दी। परंपरागत तौर पर प्रधानमंत्री लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही तिरंगा फहराते रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने आजाद हिंद फौज की टोपी लगाकर लालकिले में रविवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लालकिले की बैरक संख्या तीन में एक पट्टिका का अनावरण भी किया। यहां आजाद हिंद फौज के सदस्यों पर मुकदमा चलाया गया था। बैरक में एक संग्रहालय भी स्थापित होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने चीन व पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा 'हम दूसरे की भूमि पर नजर नहीं डालते, लेकिन भारत की संप्रुभता के लिए जो भी चुनौती बनेगा, उसको दोगुनी ताकत से से जवाब देंगे।' मोदी ने कहा 'भारत नेताजी के सपनों वाली सेना के निर्माण में आगे बढ़ रहा है। सेना दिनोंदिन सशक्त हो रही है। सर्जिकल स्ट्राइक हमारी सरकार का फैसला था।'उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के बाद के दशकों में अगर देश को सुभाष बाबू और सरदार पटेल जैसे व्यक्तित्व का मार्गदर्शन मिला होता तो भारत को देखने के लिए विदेशी चश्मा न होता। स्थितियां बहुत भिन्न होतीं।

बाबा साहेब, नेताजी और पटेल हुए नजरअंदाज

मोदी ने कहा कि आजादी के लिए जो समर्पित हुए, वह उनका सौभाग्य था। हम जैसे लोग जिन्हें यह अवसर नहीं मिला, हमारे पास देश के लिए जीने का और विकास के लिए समर्पित होने का मौका है। आजादी के बाद भी भारत की ब्रिटिश परस्ती पर अफसोस जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सारी चीजें ब्रिटिश चश्मे से देखी जाती थीं, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा से जुड़ी नीतियों को नुकसान उठाना पड़ा है।जिस एक परिवार को महिमामंडित करने के चक्कर में जिन महापुरुषों को भुला दिया गया है, उन सुभाषचंद्र बोस, बाबा साहब अंबेडकर और सरदार पटेल को अब याद करने और नई पीढ़ी को बताने का सबसे उचित समय आ गया है।

मोदी ने कहा कि सुभाष बाबू का पूरा फोकस पूर्वी और पूर्वोत्तर के राज्यों पर था, लेकिन आजादी के बाद भी इन क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दिया गया है। हमारी सरकार इन क्षेत्रों के विकास पर ध्यान दे रही है, जो आने वाले दिनों में विकास का इंजन साबित होंगे।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अब एक ऐसी सेना के निर्माण की तरफ बढ़ रहा है, जिसका सपना नेताजी ने देखा था। जोश, जुनून और जज्बा तो हमारी सैन्य परंपरा का हिस्सा रहा ही है। अब तकनीक और आधुनिक हथियारों की शक्ति भी जुड़ रही है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के लिए जो समर्पित हुए वो उनका सौभाग्य था। हम जैसे लोग, जिन्हें ये अवसर नहीं मिला, हमारे पास देश के लिए जीने का, विकास के लिए समर्पित होने का मौका है। देश का संतुलित विकास, समाज के प्रत्येक स्तर पर, प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण का अवसर, राष्ट्र की प्रगति में उसकी भूमिका, नेताजी के वृहद विजन का हिस्सा थी।

लालकिले पर आजाद हिंद सरकार की वर्षगांठ मनाने से पहले पीएम ने सुबह आठ बजे चाणक्यपुरी में नेशनल पुलिस मेमोरियल व म्यूजियम का उद्घाटन किया। यहां भी प्रधानमंत्री ने बिना निशाना लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल सेवा, साहस और शौर्य का प्रतीक है, लेकिन क्या कारण है जो इसको अस्तित्व में आने में 70 वर्ष लग गए। आज मुझे राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल पर गर्व है, लेकिन कुछ सवाल भी हैं। आखिर इस मेमोरियल को अस्तित्व में आने में आज़ादी के 70 वर्ष क्यों लग गए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं मानता हूं कि कानूनी वजहों से कुछ वर्ष काम रुका, लेकिन पहले की सरकार की इच्छा होती, उसने दिल से प्रयास किया होता, तो ये मेमोरियल कई वर्ष पहले ही बन गया होता। इसके विपरीत पहले की सरकार ने आडवाणी जी द्वारा स्थापित पत्थर पर धूल जमने दी। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे राष्ट्र सेवा और समर्पण की अमर गाथा के प्रतीक, राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल को देश को समर्पित करने का अवसर मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में जब फिर NDA की सरकार बनी तो हमने बजट आवंटन किया। आज ये भव्य स्मारक देश को समर्पित किया जा रही है। ये हमारी सरकार के काम करने का तरीका है। आज समय पर लक्ष्यों को प्राप्त करने की कार्य संस्कृति विकसित की गई है। देश के हर राज्य में, हर पुलिस स्टेशन, हर पुलिस चौकी में तैनात, राष्ट्र की हर संपदा की सुरक्षा में जुटे साथियों को, राहत के काम में जुटे साथियों को, आप सभी को, भी मैं बधाई देता हूं।

पीएम ने कहा कि बहुतों को तो ये पता तक नहीं होता कि कोई इमारत गिरने पर, नाव हादसा होने पर, आग लगने पर, रेल हादसा होने पर, राहत के काम की कमान संभालने वाले ये लोग कौन हैं। आज का ये दिन देश में आपदा प्रबंधन में जुटे, किसी प्राकृतिक संकट के समय या हादसे के समय, राहत के काम में जुटने वाले उन जवानों को भी याद करने का है, जिनकी सेवा की बहुत चर्चा नहीं की जाती।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में डटे हमारे साथियों का शौर्य और बलिदान भी अब शांति के रूप में दिखने लगा है। शांति और समृद्धि का प्रतीक बन रहे हमारे उत्तर-पूर्व के विकास में आपका भी योगदान है। देश के नक्सल प्रभावित जिलों में जो जवान अभी ड्यूटी पर तैनात हैं, उनसे प्रधानमंत्री ने कहा कि आप बेहतरीन काम कर रहे हैं। शांति स्थापना की दिशा में आप तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं।

पीएम मोदी ने कार्यक्रम के शुरूआत में कहा कि देश की सुरक्षा में समर्पित प्रत्येक व्यक्ति को, यहां उपस्थित शहीदों के परिवारों को मैं पुलिस स्मृति दिवस पर नमन करता हूं। आज का ये दिन आप सभी की सेवा के साथ-साथ, आपके शौर्य और उस सर्वोच्च बलिदान को याद करने का है, जो हमारी पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की परिपाटी रही है। इस दौरान पीएम देश के पुलिस जवानों के साहस, सेवा और समर्पण को याद कर कई बार भावुक भी हो गए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सैन्य ताकत हमेशा से आत्मरक्षा के लिए रही है और आगे भी रहेगी। हमें कभी किसी दूसरे की भूमि का लालच नहीं रहा। भारत की संप्रभुता के लिए जो भी चुनौती बनेगा, उसको दोगुनी ताकत से जवाब मिलेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.