गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा
शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। इसके कुछ घंटों बाद ही वह दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। इससे अकाली दल के लिआ बड़ा झटका माना जा रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसी। शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। इसके कुछ घंटों बाद ही वह दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सिरसा की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। इससे अकाली दल के लिआ बड़ा झटका माना जा रहा है। माना जा रहा है कि सिरसा के भाजपा शामिल होना पंजाब में अगले साल होने वाले चुनाव में यह भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकता है।
सिरसा पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन से दो बार के पूर्व विधायक रहे हैं। वह केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
सिरसा के अलावा अकाली दल में रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ भी भाजपा में शामिल हो गए। अकाली दल की छात्र विंग एसओआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ कुछ दिन पहले ही अकाली दल छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे, मगर बुधवार को उन्होंने फिर पलटी मारते हुए भाजपा में शामिल हो गए।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने पत्रकारों से बातचीत करते कहा कि देश भर में सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं और इन्हें केवल सरकार ही हल कर सकती है। मैंने हमेशा इन मुद्दों को उठाया है। मैंने आज गृह मंत्री अमित शाहजी के साथ समुदाय के कुछ मुद्दों पर चर्चा की। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मंत्री ने कहा कि वह इन सभी मुद्दों को संबोधित करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि वह सिख समुदाय के कल्याण और मानवीय कार्यों को जारी रखने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं जो पिछले 70 वर्षों से अनसुलझे हैं। दिल्ली में बाबा बंदा सिंह बहादुर जी शहीद हो गए, लेकिन हम अपने कमजोर नेतृत्व के कारण पिछले 70 वर्षों में सिख समुदाय के लिए एक भी विश्वविद्यालय नहीं प्राप्त कर सके। इस समुदाय की चिंताओं का क्या मतलब है, जो सीमाओं पर लड़ता है। उसकी वर्षों से सुनी नहीं जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं मनजिंदर सिंह सिरसा का भाजपा में स्वागत करता हूं। सिख समुदाय के कल्याण के लिए भाजपा के संकल्प में विश्वास रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वह पार्टी में शामिल हुए। मुझे विश्वास है कि उनके शामिल होने से यह संकल्प और मजबूत होगा
सिरसा के भाजपा में शामिल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार ने घटिया राजनीति करते हुए सिरसा को जबर्दस्ती भाजपा में शामिल कराया, यह एक तरह के सिखों के धार्मिक मसलों के अंदर दखलअंदाजी है। चीमा ने इसे खालसा पंथ के ऊपर बड़ा हमला बताते हुए कहा कि यह सिख धर्म को कंट्रोल करने की केंद्र की पुरानी नीति का हिस्सा है।