CAA Delhi Protest: भाजपा का आरोप, राहुल को रिलांच करने के लिए की गई हिंसा की साजिश
संबित पात्रा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का हिंदुस्तान के मुसलमान से न तो कोई लेना-देना है और न ही उनके अधिकारों पर कोई आंच ही आने वाली है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा ने नागरिकता कानून में संशोधनों के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों पर छात्रों की आड़ लेकर देश में विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया। पात्रा के अनुसार रामलीला मैदान की रैली के अगले दिन ही देश के कई भागों में हुई हिंसा महज संयोग नहीं है।
संबित पात्रा ने कहा, शनिवार की रैली के अगले दिन हिंसा महज संयोग नहीं
भाजपा प्रवक्ता ने हिंसा के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए सवाल उठाया कि क्या कारण है कि शनिवार को राहुल गांधी को रिलांच करने के लिए कांग्रेस की रैली होती है और रविवार से ही आगजनी और तोड़-फोड़ की घटनाएं शुरू हो जाती है।
भाजपा ने कांग्रेस पर राजनीतिक फायदे के लिए हिंसा को हवा देने का लगाया आरोप
उन्होंने कांग्रेस पर अपने राजनीतिक फायदे के लिए हिंसा को हवा देने का आरोप लगाया। कांग्रेस के साथ ही भाजपा ने असद्दुदीन ओवैसी, आप के अमानतुल्लाह खान और ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा।
ओवैसी और आप विधायक अमानतुल्लाह पर जिन्ना के पदचिह्नों पर चलने का आरोप
पात्रा ने ओवैसी पर देश को तोड़ने वाले जिन्ना की तरह देश को बांटने की साजिश रचने और आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर जिन्ना के पदचिह्नों पर चलने का आरोप लगाया।
पात्रा ने कहा- ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं
पात्रा ने कहा कि ममता बनर्जी पर पश्चिम बंगाल में जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने और एक समुदाय के वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बांग्ला भाषा की वकालत करने वाली ममता बनर्जी ने सोमवार को हिंदी में भाषण देकर असल में पूरे देश में उन्माद भड़काने की कोशिश की है।
राजनीतिक फायदे के लिए छात्रों की आड़ लेने को बताया निंदनीय
भाजपा ने विपक्षी दलों पर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए छात्रों को मोहरा बनाने की निंदा की। संबित पात्रा ने कहा कि दरअसल विपक्षी दलों को हर विषय पर सांप्रदायिक रंग देकर अराजकता फैलाने का साजिश रचने की आदत पड़ गई है।
संशोधित कानून से देश के मुसलमानों के अधिकारों पर कोई आंच नहीं आने वाली
संबित पात्रा ने कहा कि चाहे वह अनुच्छेद 370 की समाप्ति का मामला हो, तीन तलाक का विषय हो या फिर राम मंदिर का मुद्दा हो। सभी में विपक्ष दलों को हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से देखने की आदत पड़ गई है। जबकि हकीकत यह है कि नागरिकता संशोधन कानून का हिंदुस्तान के मुसलमान से न तो कोई लेना-देना है और न ही उनके अधिकारों पर कोई आंच ही आने वाली है।