छत्तीसगढ़ में बोले अमित शाह- नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई रुकेगी नहीं और बढ़ेगी, अंजाम तक पहुंचाएंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। वे सुकमा-बीजापुर सीमा पर नक्सलियों के साथ हुई सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ वाली जगह भी जाएंगे। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। शाह अस्पताल में घायल जवानों से भी मिलेंगे।
रायपुर, एएनआइ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। अमित शाह जगदलपुर पहुंचे हैं, जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें रिसीव किया। जानकारी के अनुसार, शाह सुकमा-बीजापुर सीमा पर नक्सलियों के साथ हुई सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ वाली जगह भी जाएंगे। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। शाह अस्पताल में घायल जवानों से भी मिलेंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर नक्सल हमले में शनिवार को कम से कम 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी।
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-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, 'नक्सली हमले में जान गंवाने वाले जवानों को मैं नमन करता हूं और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। इस घटना ने सभी को झकझोरा है।हमारे जवानों ने साहस का परिचय देते हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। लगभग 26 नक्सली उस समय मारे गए थे।'
-गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें दो मोर्चों पर मिलकर काम कर रही हैं - आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज करना और सशस्त्र समूहों के खिलाफ लड़ाई। मैं छत्तीसगढ़ और देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस घटना के बाद नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तेज होगी।
-अमित शाह ने कहा, 'मैंने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। अफसरों ने कहा कि यह लड़ाई कमजोर नहीं होनी चाहिए, जिससे पता चलता है कि हमारे जवानों का मनोबल बरकरार है।' उन्होंने आगे कहा कि मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह लड़ाई (नक्सलियों के खिलाफ) तेज होगी और हम इसे अंत में जीतेंगे। हमने पिछले कुछ वर्षों में आंतरिक क्षेत्रों में सफलतापूर्वक शिविर लगाए हैं, जिससे नक्सलियों को परेशान किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप इस प्रकार की घटनाएं होती हैं।
-शाह बोले- पिछले कुछ वर्षों में, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इस लड़ाई को दो कदम आगे बढ़ाया है।
-गृह मंत्री ने अधिकारियों से बातचीत के बाद मीडिया के लोगों से कहा, 'नक्सली हमले में जान गंवाने वाले जवानों को मैं सभी की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं उनका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आज हमने इस पर बैठक की। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि लड़ाई रुकेगी नहीं बल्कि और गति के साथ आगे बढ़ेगी। अंत में नक्सलियों के खिलाफ हमारी जीत निश्चित है।'
-वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद अमित शाह बोले कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और बढ़ेगी, तब तक जब तक अंजाम तक ना पहुंच जाए। शाह बोले कि बैठक में सेना के लोगों ने ही कहा कि लड़ाई रुकनी नहीं चाहिए।
-छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले पर जगदलपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
-सरकारी सूत्रों के मुताबिक, 'छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुए 14 जवानों के लिए पुष्पांजलि समारोह में भाग लेने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जगदलपुर में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और बाद में घायल जवानों से मुलाकात करेंगे और सीआरपीएफ शिविर का दौरा करेंगे।'
-छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 14 सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी।
#WATCH छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 14 सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी। pic.twitter.com/zjmrUQlxUy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 5, 2021
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया था, 'छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर में नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई है।' छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि शनिवार को बीजापुर में हुई मुठभेड़ में लगभग 31 घायल हो गए थे।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह, जो नक्सल हमले के बाद स्थिति पर नजर रखने के लिए छत्तीसगढ़ में हैं, ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन में बिल्कुल भी खुफिया या परिचालन विफलता नहीं थी। सिंह ने बताया कि लगभग 25-30 नक्सलियों को भी मार दिया गया, हालांकि सटीक संख्या का पता नहीं चल पाया है।
डीजी सीआरपीएफ ने एएनआइ को बताया, 'यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि किसी तरह की खुफिया जानकारी या ऑपरेशनल विफलता थी। अगर यह कुछ खुफिया विफलता थी, तो ऑपरेशन के लिए सेना नहीं जाती। और अगर कुछ ऑपरेशनल फेल हो जाता तो इतने नक्सली मारे नहीं जाते।'
मुठभेड़ में नक्सलियों के हताहत होने पर डीजी ने कहा, 'तीन ट्रैक्टरों का उपयोग नक्सलियों द्वारा घायल और मृतकों के शवों को साइट से ले जाने के लिए किया गया था। अभी यह कहना कठिन है कि ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों की सही संख्या क्या है, लेकिन यह 25-30 से कम नहीं होगी।'