चीनी नौसेना की बढ़ती ताकत पर भारत को रखनी होगी निगाह : नौसेना प्रमुख
चीनी रक्षा मंत्रालय के श्वेत पत्र पर जाहिर की प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की अन्य शाखाओं से उसकी नौसेना में काफी संसाधन झोंके गए हैं, लिहाजा भारत को उस पर बेहद सावधानी से निगाह रखनी होगी। नौसेना प्रमुख ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब एक दिन पहले ही चीनी रक्षा मंत्रालय ने अपने सैन्य विकास पर श्वेत पत्र जारी किया है।
'नए युग में चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा' शीर्षक से जारी श्वेत पत्र में भारत, अमेरिका, रूस और अन्य देशों की तुलना में चीन के सैन्य विकास के विभिन्न पहलुओं को छुआ गया है।
करमबीर सिंह ने यहां एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार से इतर संवाददाताओं से कहा, 'यह महज चीनी श्वेत पत्र नहीं है, बल्कि अतीत में भी ऐसा कहा गया है। वैश्विक ताकत बनने के इरादे से (पीएलए की) अन्य इकाइयों से पीएलए नौसेना को काफी सारे संसाधन दिए गए हैं। हमें इसे सावधानीपूर्वक देखना होगा और इस बात पर गौर करना होगा कि हम अपने बजट और दायरे में किस तरह इसका जवाब दे सकते हैं।'
दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नौसेना प्रमुख ने कहा, ''हमारी योजना इलेक्टि्रकल प्रणोदन और 'कैटोबार' के साथ 65,000 टन का जहाज बनाना है।'' कैटोबार (सीएटीओबीएआर) एक ऐसी प्रणाली है जिसका इस्तेमाल किसी विमानवाहक पोत पर किसी विमान के 'लॉंच या रिकवरी' में किया जाता है।
नौसेना के बजट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'हमें नौसेना का निर्माण करने के लिए दीर्घकालीन वित्तीय सहयोग की जरूरत है, सिर्फ इसी तरीके से हम योजना बना सकते हैं.. और मैं लगातार इसे कहता रहा हूं।'