मुकेश अंबानी ने निवेश फोरम में कहा- भारतीय इकोनॉमी की सुस्ती अस्थायी
इस वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान ग्रोथ रेट घटकर पांच परसेंट रह गई थी जो 2013 के बाद सबसे कमजोर विकास दर थी।
रियाद, प्रेट्र। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि भारतीय इकोनॉमी की सुस्ती अस्थायी है। सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदम इसे वापस ट्रैक पर लाने में मददगार साबित होंगे। सऊदी अरब के वार्षिक निवेश फोरम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों का परिणाम अगली कुछ तिमाहियों में नजर आने लगेगा।
अरैमको और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच बातचीत
पेट्रोकेमिकल बिजनेस में हिस्सेदारी के लिए सऊदी अरब की कंपनी अरैमको और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच इन दिनों बातचीत चल रही है। अंबानी का कहना था कि भारत और सऊदी अरब दोनों देशों के पास इस वक्त ऐसा नेतृत्व है जिसका दुनिया में कोई जोड़ नहीं है। दोनों देशों के पास टेक्नोलॉजी और युवा वर्ग भी है, जिनके बूते आर्थिक विकास को गति दिया जा सकता है।
भारतीय इकोनॉमी की रफ्तार धीमी
गौरतलब है कि पिछली पांच तिमाहियों के दौरान भारतीय इकोनॉमी की रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है। इस वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान ग्रोथ रेट घटकर पांच परसेंट रह गई थी, जो 2013 के बाद सबसे कमजोर विकास दर थी।
भारतीय इकोनॉमी में होगा सुधार
पिछले कुछ महीनों के दौरान सरकार ने इकोनॉमी को गति देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें एनबीएफसी की लिक्विडिटी बढ़ाने का प्रयास, बैंकों में पूंजी निवेश और कॉरपोरेट टैक्स में कमी जैसे प्रयास शामिल हैं। जानकारों का मानना है कि इससे क्रेडिट के प्रवाह में सुधार होगा, जिससे ग्रोथ में वृद्धि होगी।