MP Politics: शिवराज चौहान का OSD नियुक्त होने के बाद विवादों में घिरे तुषार पांचाल का पद लेने से इनकार, जानें क्या है पूरा मामला
MP Politics मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किए जाने के 24 घंटे के भीतर ही मंगलवार को जनसंपर्क सलाहकार तुषार पांचाल ने पद ग्रहण करने में असमर्थता जता दी।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किए जाने के 24 घंटे के भीतर ही मंगलवार को जनसंपर्क सलाहकार तुषार पांचाल ने पद ग्रहण करने में असमर्थता जता दी। नियुक्ति आदेश जारी होने के बाद ही तुषार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हिंदू विरोधी बताते हुए इंटरनेट मीडिया में चर्चा छिड़ गई थी।
इंटरनेट मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नेताओं पर किए ट्वीट हुए वायरल
उनके पुराने निजी ट्वीट वायरल हुए और कांग्रेस ने भी उन्हें निशाने पर लिया। अंतत: तुषार ने ट्वीट करके नई जवाबदारी को स्वीकार करने में असमर्थतता जता दी। हालांकि, उन्होंने नियुक्ति आदेश जारी होने के बाद अपनी प्रोफाइल भी बदल ली थी। माना जा रहा है कि विवाद खड़ा होने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। विरोध करने वालों में भाजपा के नेता भी शामिल थे।
तुषार पांचाल की नियुक्ति पर भाजपा सहित कांग्रेस के नेताओं ने नाखुशी जाहिर की थी
सामान्य प्रशासन विभाग ने तुषार पांचाल को मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर ओएसडी पदस्थ करने के आदेश सोमवार शाम को जारी किए थे। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर वर्ष 2014 में की गई पोस्ट वायरल हो गई।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर सिंह बग्गा ने भी तुषार की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घेराबंदी की। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी कहा कि उनकी योग्यता पर कोई शक नहीं कर सकता, मोदीजी तक उनके ट्विटर वार से अनेक बार घायल हो चुके हैं। उम्मीद है कि शिवराज जी ने उन ट्वीट को देख लिया होगा।
कांग्रेस ने भी हिंदू विरोधी बताकर घेरा
वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी उनकी नियुक्ति को लेकर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने तुषार के गोमूत्र का मजाक उड़ाने, 2001 से कई मुख्यमंत्रियों और अन्य राजनेताओं के साथ निकटता के साथ काम करने सहित अन्य ट्वीट के माध्यम से नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि तुषार ने चौतरफा हो रहे विरोध और किरकिरी से बचने के लिए पद की जवाबदेही लेने से इनकार किया है।
वे कल तक इसे लेकर प्रसन्नता जाहिर कर रहे थे। उन्होंने स्वयं को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कम्युनिकेशन एडवाइजर के रूप में प्रस्तुत किया था। सूत्रों का कहना है कि तुषार के विवाद में घिरने के बाद कोई भी उनके समर्थन में आगे नहीं आया। यही वजह है कि उन्होंने पद संभालने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि तुषार पांचाल शिवराज सिंह चौहान के लिए उनके पिछले कार्यकाल से काम कर रहे हैं। वे और उनकी टीम इंटरनेट मीडिया का काम देखती रही है।