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MP Political Crisis: दिग्विजय का बड़ा दांव, एदल के बहाने बागी विधायकों को लिखी मार्मिक चिट्ठी

पत्र में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दुखी होना बताया है और सभी बागी विधायकों से आग्रह किया है कि सोनियाजी से बात किए बिना कांग्रेस छोड़ने का निर्णय न लें।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 19 Mar 2020 08:22 PM (IST)Updated: Thu, 19 Mar 2020 08:22 PM (IST)
MP Political Crisis: दिग्विजय का बड़ा दांव, एदल के बहाने बागी विधायकों को लिखी मार्मिक चिट्ठी
MP Political Crisis: दिग्विजय का बड़ा दांव, एदल के बहाने बागी विधायकों को लिखी मार्मिक चिट्ठी

भोपाल, जेएनएन। मध्यप्रदेश की सत्ता के संकट को टालने और बेंगलुर में रूठकर बैठे बागी विधायकों को मनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने करीबी रहे बागी विधायक एदल सिंह कंषाना को संबोधित करते हुए भावुकतापूर्ण चिट्ठी लिखी है। पत्र में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दुखी होना बताया है और सभी बागी विधायकों से आग्रह किया है कि सोनियाजी से बात किए बिना कांग्रेस छोड़ने का निर्णय न लें। अपनी गलती मानते हुए दिग्विजय सिंह ने 10 मिनट की मुलाकात का समय भी मांगा है।

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दिग्विजय ने इस पत्र के जरिए सभी विधायकों को भावनात्मक रूप से प्रभावित करने का दांव खेला है। उनका यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया है। सभी 16 बागी विधायकों से मिलने के लिए दो दिन से बेंगलुर पहुंचे दिग्विजय ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस से आपके वर्षो पुराने संबंध होने के बावजूद भाजपा हम लोगों को मिलने से रोक रही है। राजनीति में कई बार ऐसा समय आता है कि जब मनुष्य से गलती हो जाती है और वह उसका स्वभाव भी है।

यदि मेरे या कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता के आचरण से आपको ठेस पहुंची हो तो मैं स्वत: आपसे मिलकर चर्चा करना चाहता हूं, ताकि किसी भी प्रकार के मतभेद और मनभेद को मिलकर दूर किया जा सके। दिग्विजय ने कहा, 'मैं चाहूंगा, हम फिर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने का काम करें। इस पार्टी को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में आपका भी महत्वपूर्ण योगदान है।'

 उन्होंने अपनी मार्मिक चिट्ठी में बताया कि इस घटनाक्रम से सोनिया गांधी व्यथित हैं, अगर आप मुझसे चर्चा नहीं करना चाहते तो मैं आप सभी से बातचीत के लिए उनसे भी अनुरोध कर सकता हूं। आपकी कांग्रेस अध्यक्ष से बात न हो जाए, तब तक आप पार्टी छोड़ने का निर्णय न लें।

दिग्विजय ने पत्र के अंतिम पैराग्राफ में सभी विधायकों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर सभी तरह की नाराजगी दूर करने का आश्वासन भी दिया है। जाने-अनजाने हुई गलतियों से उपजी कड़वाहट भुलाते हुए 10 मिनट की मुलाकात का समय भी मांगा है।


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