MP Political Crisis : सभी मंत्रियों ने दिए इस्तीफे, कमलनाथ बोले, उनको सफल नहीं होने दूंगा...
Madhya Pradesh Political Crisis मध्य प्रदेश में एकबार फिर सियासी उठापटक शुरू हो गई है। 26 मई को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस के 16 विधायक बेंगलुरू पहुंच गए हैं।
नई दिल्ली/भोपाल, एजेंसियां/जेएनएन। होली के रंग-गुलाल के बीच मध्य प्रदेश में एक बार फिर सियासी संकट गहरा गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक पांच से छह विधायकों के मोबाइल फोन सोमवार सुबह से ही बंद हैं और कई से संपर्क नहीं हो पा रहा है। यही नहीं सिंधिया समर्थक 17 कांग्रेस विधायक बेंगलुरू पहुंच गए हैं। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि इनमें से छह मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भी हैं। इससे अटकलें तेज हो गई हैं कि देर रात तक बड़ा उलटफेर हो सकता है। राज्य में सियासी हालात तेजी बदल रहे हैं। पल पल के ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहें दैनिक जागरण के साथ...
सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दिए
- मध्यप्रदेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस के नेता राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के आवास 10 जनपथ पर पहुंचे।
- मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे महेंद्र सिंह सिसौदिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी ने चार दिनों पहले कहा था कि कमलनाथ सरकार में संकट तब होगा जब हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की उपेक्षा या अनादर सरकार करेगी। तब निश्चित तौर से सरकार पर काले बादल छाएगा। यह बात सोमवार को मध्य प्रदेश सरकार के लिए सही साबित हुई।
- कांग्रेस के पीसी शर्मा ने कहा कि सभी मंत्री बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने अपना इस्तीफा सीएम कमल नाथ को सौंप दिया है। हमने उनसे फिर कैबिनेट के फिर से पुर्नगठन के लिए कहा है। भाजपा द्ववारा पैदा की हुई स्थिति से मुकाबला करेंगे। सरकार बची हुई है। पूरे पांच साल चलेगी।
PC Sharma, Congress: All ministers, present at the meeting, have handed over their resignations (to CM Kamal Nath). We have requested him to reconstitute the state cabinet and tackle the situation created by BJP...Sarkar bachi hui hai, poore 5 saal chalegi. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/bCvCl6O6xR — ANI (@ANI) March 9, 2020
- समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्रियों ने अपने इस्तीफे दे दिए हैं। सभी मंत्रियों के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया है।
All cabinet ministers present in the meeting with #MadhyaPradesh CM Kamal Nath have tendered resignation; all resignations accepted. pic.twitter.com/NOmCz5BAHo — ANI (@ANI) March 9, 2020
उन ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा
- CM कमलनाथ ने कहा कि मैं उन ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा जो माफिया की मदद से अस्थिरता पैदा कर रही हैं। मेरी सबसे बड़ी ताकत मध्य प्रदेश के लोगों का विश्वास और प्यार है। मैं उन ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा जो मध्य प्रदेश के लोगों द्वारा चुनी गई सरकार में अस्थिरता पैदा कर रही हैं।
MP CM Kamal Nath statement: I won't let those forces succeed which are creating instability with mafia's help. My biggest strength is trust&love of people of MP. I won't let those forces succeed which are creating instability in govt - a govt created by people of #MadhyaPradesh pic.twitter.com/7xLqcpszw9 — ANI (@ANI) March 9, 2020
भाजपा ने असंतोष को बताया कारण
- भाजपा विधायक विश्वास सारंग (Vishvas Sarang) ने मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट पर कहा कि कोई ऑपरेशन लोटस नहीं चल रहा है। राज्य में केवल एक चीज चल रही है... वह है असंतोष। कमलनाथ और कांग्रेस को समझना चाहिए कि केवल कुछ राजनीतिक नेताओं के आसपास रहने से सरकार नहीं चलती है। सरकार में असंतोष के कारण ही मध्य प्रदेश का विकास रुका हुआ है। सारंग ने कहा कि अजय सिंह, बिसाहूलाल सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांतिलाल भूरिया का दर्द यह दिखाता है कि कमलनाथ मध्य प्रदेश सरकार को एक निजी लिमिटेड कंपनी में बदल चुके हैं।
BJP MLA Vishvas Sarang: Statements of Ajay Singh, Bisahulal Singh & pain of Jyotiraditya Scindia and Kantilal Bhuria - pain of those senior leaders who strengthened Congress party in #MadhyaPradesh indicate that Kamal Nath has turned Madhya Pradesh into a private limited company. https://t.co/j0kQUxGiRF" rel="nofollow — ANI (@ANI) March 9, 2020
कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुलाई
- समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुला ली है। मुख्य सचिव एसआर मोहंती सीएम आवास पर पहुंचे हैं।
Bhopal: Chief Secretary of #MadhyaPradesh, SR Mohanty reaches the residence of CM Kamal Nath (in file pic). The Chief Minister has called a cabinet meeting. pic.twitter.com/zE8mVFuVhb — ANI (@ANI) March 9, 2020
सिंधिया ने दिल्ली में डेरा डाला
- इधर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य में जारी सियासी खींचतान के बीच दिल्ली में डेरा डाल दिया है।इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ भी नई दिल्ली पहुंचे और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात कर उनसे प्रदेश में जारी राजनीतिक हालात पर चर्चा की।
Delhi: Congress leader Jyotiraditya Scindia reaches his residence. pic.twitter.com/M8TlZG9xmE— ANI (@ANI) March 9, 2020
भाजपा ने बैठक बुलाई
- भाजपा ने कल यानी मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर विधायक दल की बैठक बुला ली है। होली के मौके पर बुलाई गई इस बैठक को लेकर कांग्रेस भी पसोपेश में नजर आ रही है।
BJP to hold legislative party meeting in Bhopal tomorrow at the party office. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/NcD4THCmU8— ANI (@ANI) March 9, 2020
सियासी भूकंप थामने में जुटे दिग्गज
- मौजूदा सियासी संकट के बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सीएम कमलनाथ के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे हैं।
Bhopal: Congress leader Digvijaya Singh arrives at the residence of CM Kamal Nath. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/hy9Fk3v1IS— ANI (@ANI) March 9, 2020
शेरा ने जाहिर की मंशा
इस बीच विधायकों ने भी मोल-तोल की बातें शुरू कर दी हैं। निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि बहुत जल्द... संभवत: होली के अगले दिन मैं मंत्री बना दिया जाऊंगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मैं गृह मंत्रालय पाना चाहूंगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस बारे में सीएम कमलनाथ से चर्चा नहीं हुई है।
Madhya Pradesh Independent MLA Surendra Singh Shera on being asked about his prospects of becoming a Minister: Very soon, may be the day after Holi. I would like to get Home portfolio but have not discussed about it with CM (Kamal Nath) yet. pic.twitter.com/e2xWbA6R6P— ANI (@ANI) March 9, 2020
कमलनाथ ने ली आपात बैठक
बताया जाता है कि कमलनाथ दो दिन के लिए दिल्ली के दौरे पर गए थे लेकिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सोमवार शाम को साढ़े छह बजे ही भोपाल आ गए। वह सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे, जहां मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की आपात बैठक बुलाई। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा भी शामिल रहे। सूत्रों की मानें तो सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव को विशेष विमान भेजकर ग्वालियर से भोपाल बुलाया गया था।
सिंधिया समर्थक 17 कांग्रेस विधायक बेंगलुरू पहुंचे
रिपोर्टों के मुताबिक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 17 कांग्रेस विधायक बेंगलुरू पहुंच गए हैं। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि इनमें से छह मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भी हैं। यह सियासी घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब ही दिन बाद राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं। पीटीआई के मुताबिक, इन्हीं वजहों को ध्यान में रखते हुए सीएम कमलनाथ ने अपना दिल्ली का दौरा रद कर दिया है। वहीं राज्य में जारी सियासी उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली पहुंचे हैं। इससे अटकलों का बाजार गर्म हो गया है...
राज्य सभा तीसरी सीट पर बिगड़ सकता है गणित
मध्य प्रदेश में दो विधायकों के निधन के बाद सदन में सदस्यों की मौजूदा संख्या 228 हो गई है। आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश से तीन राज्य सभा सीटों के लिए मतदान होना है। एक सीट पर जीत के लिए न्यूनतम 58 विधायकों की जरूरत है। 107 विधायकों की बदौलत भाजपा के हिस्से में एक सीट जानी तय है। कांग्रेस से दिग्विजय और ज्योतिरादित्य अपनी दावेदारी चाहते हैं। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं जिससे उसकी एक सीट तो पक्की है लेकिन विधायकों के पाला बदलने से तीसरी सीट का गणित बिगड़ सकता है।
बड़े उलटफेर के संकेत
मध्य प्रदेश की सियासत पिछले हफ्ते तीन मार्च की देर रात तब गरमा गई थी जब कांग्रेस, बसपा और सपा के कुल नौ विधायक अचानक से गायब हो गए थे। हालांकि इनमें से पांच विधायकों को अगले ही दिन भोपाल ले आया गया था। बाद में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह और रघुराज कंसाना भी वापस लौट गए थे। अब सिंधिया समर्थक पांच से छह विधायकों के मोबाइल फोन बंद होने से बड़े उलटफेर के संकेत मिल रहे हैं।
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