Move to Jagran APP

MP By Election: ज्योतिरादित्य सिंधिया फैंस क्लब के चलते बढ़ेगी भाजपा के असंतुष्टों की नाराजगी

ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक जिला और शहर स्तर पर फैंस क्लब की नियुक्तियां कर रहे हैं तो आशंका है कि क्लब व संगठन पदाधिकारियों और असंतुष्टों में टकराव बढ़ेगा।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 07:46 PM (IST)
MP By Election: ज्योतिरादित्य सिंधिया फैंस क्लब के चलते बढ़ेगी भाजपा के असंतुष्टों की नाराजगी
MP By Election: ज्योतिरादित्य सिंधिया फैंस क्लब के चलते बढ़ेगी भाजपा के असंतुष्टों की नाराजगी

भोपाल, राज्य ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद कई समीकरण बदले हैं। सिंधिया के साथ आए 22 पूर्व विधायकों में से 14 को मंत्री बनाने और उन्हें बेहतर विभाग दिए जाने से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी सामने आई थी और अब मध्य प्रदेश में सिंधिया फैंस क्लब का गठन शुरू होने से यह नाराजगी बढ़ सकती है। दरअसल, भाजपा नेता कहते तो हैं कि पार्टी कार्यकर्ता अपने नेता का फैंस क्लब बना सकते हैं, लेकिन भाजपा में इसकी परंपरा नहीं रही है। अब जबकि सिंधिया समर्थक जिला और शहर स्तर पर फैंस क्लब की नियुक्तियां कर रहे हैं तो आशंका है कि क्लब व संगठन पदाधिकारियों और असंतुष्टों में टकराव बढ़ेगा।

loksabha election banner

विधानसभा की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव ने सिंधिया समर्थकों की सक्रियता बढ़ा दी है। सिंधिया फैंस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष अक्षय सक्सेना ने तेजी से शहर और जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति शुरू की तो सवाल उठने शुरू हुए। सक्सेना ने बताया कि सिंधिया जी ने जब कांग्रेस छोड़ी तो हमने क्लब को भंग कर दिया था। चूंकि अब विचारधारा बदल गई है इसलिए क्लब का रंग, सोच और उद्देश्य भाजपा के विचारों के अनुरूप कर दिया है। यह क्लब श्रीमंत माधवराव सिंधिया के जमाने से चल रहा है।

मुरैना शहर अध्यक्ष की नियुक्ति का पत्र हुआ वायरल

अक्षय ने शुक्रवार को दीपक व्यास को मुरैना का शहर अध्यक्ष बनाया और उनका मनोनयन पत्र वायरल हुआ तो भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने संगठन स्तर पर इसकी शिकायत की। उपचुनाव वाली 27 सीटों में 16 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग की हैं। इस इलाके में सिंधिया का खासा प्रभाव है। सक्सेना द्वारा चलाया जा रहा फैंस क्लब इस समय राजनीतिक रूप में दिखने लगा है। क्लब में शहर और जिलाध्यक्षों की तैनाती ने समानांतर संगठन चलाने का भान करा दिया है।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि अक्षय सक्सेना शिवराज सरकार में सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, महेंद्र सिंह सिसौदिया और विधायक रघुराज सिंह कंषाना की अनुशंसा के आधार पर फैंस क्लब के पदाधिकारियों की नियुक्ति का दावा कर रहे हैं। ऐसा वह नियुक्ति पत्र में लिखते भी हैं। सवाल उठना स्वाभाविक है कि भाजपा में शामिल होने और मंत्री बनने के बावजूद इतने वरिष्ठ लोग कैसे पदाधिकारियों की नियुक्ति की अनुशंसा कर रहे हैं। इस सिलसिले में संबंधित मंत्रियों से बातचीत नहीं हो सकी।

प्रशंसक फैंस क्लब चलाने के लिए स्वतंत्र

मध्य प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि किसी नेता के प्रशंसक फैंस क्लब बनाने के लिए स्वतंत्र हैं। राजनीतिक दल अपनी नीतियों, विचारों और कार्यक्रमों से चलते हैं। दोनों की भूमिका अलग है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.