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मोदी ने कहा- देश में कोरोना से जंग जीतने का साम‌र्थ्य, भयभीत होने की नहीं सतर्क रहने की जरूरत

कोरोना से जंग में फिलहाल हताश दिख रहे देश को भरोसा दिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धैर्य और संयम के साथ खड़े रहने का आह्वान किया है। कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। केंद्र पूरी तरह से राज्यों के साथ खड़ा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 08:33 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 09:42 PM (IST)
मोदी ने कहा- देश में कोरोना से जंग जीतने का साम‌र्थ्य, भयभीत होने की नहीं सतर्क रहने की जरूरत
खुद को ही नहीं बचाना है दूसरों को भी सहारा देकर खड़ा करना है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना से जंग में फिलहाल हताश दिख रहे देश को भरोसा दिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धैर्य और संयम के साथ खड़े रहने का आह्वान किया है। रविवार को अपने मासिक 'मन की बात' कार्यक्रम में उन्होंने कोरोना की आंखों में आंख डालकर लड़ रहे डॉक्टरो, नर्सों और एंबुलेंस ड्राइवर से बातचीत के सहारे सकारात्मक भाव पैदा करने की कोशिश की।

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पीएम मोदी ने कहा- कोरोना की दूसरी लहर ने झकझोर दिया

उन्होंने कहा कि पिछली लहर से सफलतापूर्वक लड़ने के बाद देश उत्साह और विश्वास से भरा था। तभी दूसरी लहर ने झकझोर दिया, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। देश में साम‌र्थ्य है और यह जंग भी जीत ली जाएगी।

पीएम ने कहा- भारत में स्वास्थ्य सेक्टर कभी प्राथमिकता में नहीं रहा

पीएम ने कहा कि यह किसी से छिपा नही हैं कि आजादी के 75 साल के मुहाने पर खड़े भारत में स्वास्थ्य सेक्टर कभी प्राथमिकता में नहीं रहा। मूल रूप से राज्यों के अधिकार और दायित्व क्षेत्र में आने वाला स्वास्थ्य सेक्टर बीमार ही रहा और महामारी के काल में शैय्या पर लेटा हुआ दिख रहा है।

पीएम ने कहा- कोरोना अजेय नहीं, भयभीत होने की नहीं सतर्क रहने की जरूरत

उन्होंने परोक्ष रूप से यह स्वीकारा कि दूसरी लहर के लिए देश पूरी तरह तैयार नहीं खड़ा था, लेकिन कोरोना से लड़ रहे डॉक्टरों और नर्सों से बातचीत के सहारे उन्होंने देश को आश्वस्त कर दिया कि कोरोना अजेय नहीं है। इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हां, यह शत्रु छली जरूर है और इसीलिए इससे सतर्क रहने की जरूरत है। इससे लड़ने के लिए पूरी तरह कवच पहन कर मैदान में उतरने की जरूरत है।

ऑक्सीजन की कमी के बीच रेमडेसिविर की कालाबाजारी भी जोर पकड़ रही

दरअसल ऑक्सीजन की कमी के बीच ही रेमडेसिविर की कालाबाजारी भी जोर पकड़ रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री ने डॉक्टर शशांक के जरिए स्थिति स्पष्ट की कि इस इंजेक्शन की जरूरत केवल उन कुछ मरीजों के लिए होती है जो वाकई गंभीर हैं। ज्यादातर मरीजों के लिए इसकी जरूरत नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा- मुफ्त वैक्सीन का अभियान चलता रहेगा

प्रधानमंत्री ने वैक्सीन के प्रति फिर से लोगों को जागरूक किया और कहा कि वे आवश्यक रूप से वैक्सीन लें। 45 से ऊपर आयु वर्ग के लिए केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त वैक्सीन का अभियान चलता रहेगा जबकि एक मई से राज्यों में 18 से ऊपर के लिए भी वैक्सीन का रास्ता खुल जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा- खुद को ही नहीं बचाना दूसरों को भी सहारा देकर खड़ा करना है

एक एंबुलेंस ड्राइवर प्रेम वर्मा से भी उन्होंने बात की और इस क्रम में यह संदेश दिया कि हर किसी को इस लड़ाई में मजबूती के साथ लड़ना होगा। सवाल केवल खुद को बचाने का ही नहीं बल्कि दूसरों को भी सहारा देकर खड़ा करने का है।

कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं

कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। केंद्र पूरी तरह से राज्यों के साथ खड़ा है। आम जनता को भ्रमित होने की जरूरत नहीं है - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री।


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