राहुल गांधी बोले- 3 मई के बाद सिर्फ COVID-19 हॉटस्पॉट में ही रहे लॉकडाउन, ग्रीन जोन को मिले छूट
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया गांधी ने भाजपा पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने डॉक्टर नर्स पैरामेडिक्स स्वास्थ्यकर्मी स्वच्छताकर्मी की तारीफ की।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रवासी कामगारों के मुद्दों को पहली प्राथमिकता के रूप में देखा जाना चाहिए और 3 मई के बाद लॉकडाउन को केवल COVID-19 हॉटस्पॉट में ही जारी रखा जाना चाहिए, न कि ग्रीन जोन में। राहुल ने कहा कि 3 मई के बाद लॉकडाउन सिर्फ हॉटस्पॉट इलाकों में ही जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें ग्रीन जोन में रह रहे लोगों को समझना होगा।
वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक चल रही थी। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि हम Covid 19 से कैसे निपट रहे हैं, यह महत्व है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन कितना सफल रहा, इसका भी परिणाम हमारे Covid 19 से निपटने से पता चलेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग COVID के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण है।
दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा पर हमला भी बोला था। उन्होंने कहा, 'भाजपा नफरत और सांप्रदायिक पूर्वाग्रह के वायरस को फैला रही है, जबकि सभी को मिलकर कोरोनोवायरस से लड़ना चाहिए।'
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि कुछ सफलता की कहानियां हैं और हमें उनकी सराहना करनी चाहिए। हमें हर एक ऐसे भारतीय को सलाम करना चाहिए जो पर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की अनुपस्थिति के बावजूद कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा था कि डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, स्वास्थ्यकर्मी, स्वच्छताकर्मी और आवश्यक सेवा प्रदाता, गैर सरकारी संगठन और लाखों नागरिक पूरे भारत में सबसे अधिक जरूरतमंदों को राहत प्रदान करते हैं। उनका समर्पण और दृढ़ संकल्प वास्तव में हम सभी को प्रेरित करता है।
भारत पर नजर
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के अब तक 21,393 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 16,454 लोगों का इलाज जारी है। 4258 लोग ठीक हो गए हैं। 681 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा मामले मुंबई में सामने आए हैं। यहां पांच हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। गुजरात और दिल्ली में दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में हजार से अधिक मामले सामने आ गए हैं।