मनमोहन सिंह ने चिदंबरम की लगातार हिरासत पर जताई चिंता, उम्मीद है कोर्ट न्याय करेगी
आइएनएक्स मीडिया से जुड़े मामले में तिहाड़ जेल में बंद पी चिदंबरम से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मुलाकात की।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को लगातार हिरासत में रखे जाने पर चिंता का इजहार किया है। आइएनएक्स मीडिया केस में चिदंबरम की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए पूर्व पीएम ने यह भी कहा है कि सरकार में कोई फैसला एक व्यक्ति नहीं लेता और जब छह सचिवों ने कोई गलती नहीं कि तो पूर्व वित्तमंत्री को दोषी ठहराना समझ से परे है।
चिदंबरम से सुबह तिहाड़ जेल जाकर मुलाकात करने के बाद देर शाम मनमोहन सिंह ने बयान जारी इस चिंता का इजहार किया। साथ ही उम्मीद जताई कि अदालत इस मामले में पूरा न्याय करेगा। कांग्रेस पार्टी ने मनमोहन के इस बयान को जारी किया जिसमें कहा गया है कि हमारी सरकारी प्रणाली में कोई भी निर्णय किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं लिया जा सकता। सभी फैसले सामूहिक रुप से होते हैं जिन्हें फाइलों में दर्ज किया जाता है।
Press statement by Former PM Dr. Manmohan Singh on the continued detention in custody of Shri. @PChidambaram_IN pic.twitter.com/hJIpNqbbJ3 — Congress (@INCIndia) September 23, 2019
मनमोहन सिंह के अनुसार केन्द्र सरकार के 6 सचिवों सहित एक दर्जन अधिकारियों ने प्रस्ताव की जांच के बाद अपनी सिफारिश दी थी। इसके बाद चिदंबरम ने मंत्री के रुप में सर्वसम्मत सिफारिश को अपनी मंजूरी दी थी। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि यदि अधिकारियों की कोई गलती नहीं है, तो ये बात समझ से परे है कि वह मंत्री, जिसने सर्वसम्मति से आयी सिफारिश को मात्र अपनी मंजूरी दी, उस पर अपराध करने का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? उन्होंने कहा कि यदि अकेले एक मंत्री को ही सिफारिश को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा, तो सम्पूर्ण सरकारी प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी।