Air Strike पर अमित शाह का दावा कांग्रेस को नहीं हुआ हजम, पूछा- कहां से आया 250 का आंकड़ा?
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पूछा कि एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा है कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि आतंकी कैंप पर हुई एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए हैं।
अमहदाबाद, जेएनएन। पाकिस्तान में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के द्वारा की गई एयर स्ट्राइक राजनीति शुरू हो गई है। कई विपक्षी दलों ने आतंकियों पर किए गए इस हमले के सबूत मांगे हैं। वायुसेना की ओर से अभी तक एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या नहीं बताई है। लेकिन इस बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि एयर स्ट्राइक में 250 आतंकी मारे गए। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि अमित शाह के पास ये आंकड़ा कहां से आया?
वायुसेना चीफ बीएस धनोआ से जब पूछा गया कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, तो इस पर उन्होंने कहा, 'हमारा उद्देश्य बालाकोट में लक्ष्य को तबाह करना था। लक्ष्य को भेदने के बाद वहां हुई मौत का आंकड़ा जुटाना हमारा मकसद नहीं था।' यानि धनोआ का साफ-साफ कहना है कि उनके पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है, जिससे यह पता चल सके कि इस एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी ढेर हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि चोट आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों को लगी है, चीख कांग्रेस और उसके साथियों की निकल रही है। यह इत्तेफाक है या जुगलबंदी????
एयर स्ट्राइक पर उठ रहे सवालों पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी बोले, 'पुलवामा हमले में शामिल आतंकी नेतृत्व के ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी। इसपर विश्वास नहीं करने वाले अनपढ़ लोगों की कमी नहीं है, लेकिन ज्यादातर लोगों को देश पर गर्व है।'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अमित शाह पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि क्या अमित शाह को सेना के बयान पर भरोसा नहीं है।
क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है?
सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता।
अपने चुनावी फ़ायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं?
देश को सेना पर भरोसा है। क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं? https://t.co/IkBh92hT5e
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 4, 2019
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पूछा कि एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा है कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि आतंकी कैंप पर हुई एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए हैं। लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि एयर स्ट्राइक में 250 आतंकी मारे गए हैं। क्या यह एयर स्ट्राइक को लेकर राजनीति नहीं की जा रही है?
मनीष तिवारी के अलावा कपिल सिब्बल ने भी मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने ट्वीट किया कि दुनिया के कई अखबार कह रहे हैं बालाकोट में कुछ नहीं हुआ, तो क्या वह पाकिस्तान समर्थक हैं?
Modiji :
Is international media :
1) New York Times
2) London based Jane's Information Group
3) Washinton Post
4) Daily Telegraph
5) The Guardian
6) Reuters
reporting no proof of militant losses at Balakot pro-Pakistan ?
You are guilty of politicising terror ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) March 4, 2019
बता दें कि पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर भारतीय वायुसेना के द्वारा की गई एयर स्ट्राइक से हर कोई चकित है। पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के सुबूत मांगने वाले विपक्षी नेताओं को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आड़े हाथों लिया है। कहा, 'ये नेता सुरक्षा बलों की बहादुरी पर सवाल उठा रहे हैं। कार्रवाई पर शक पैदा कर रहे हैं। भारतीय नेताओं की ऐसी जुबान सुनकर पाकिस्तान मुस्कुरा रहा है। उसे सुकून मिल रहा है।'
अमित शाह ने कहा कि ये पार्टियां अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुरक्षा बलों की उपलब्धि की प्रशंसा नहीं कर सकती हैं तो वे चुप रहें। उल्लेखनीय है कि 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट और दो अन्य स्थानों पर स्थित आतंकी अड्डों पर हवाई हमला किया था। इस घटना के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वे असफल रहे।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा, उन्होंने पूर्व निर्धारित काम करते हुए पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेने की योजना तैयार की और उसे अंजाम तक पहुंचाया। कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को तनिक भी बर्दाश्त न करने की सरकार की नीति को देश और दुनिया के सामने रखा है। 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद 26 फरवरी को हुई एयर स्ट्राइक इसका उदाहरण है। लेकिन विपक्षी नेता इन कार्रवाइयों को गले से नहीं उतार पा रहे हैं। ममता सुबूत मांग रही हैं तो राहुल बाबा कार्रवाई को राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं। अखिलेश यादव कार्रवाई की जांच की मांग कर रहे हैं। देश को इस तरह के बयानों से शर्म आ रही है और पाकिस्तान इन्हें सुनकर मुस्कुरा रहा है। सुरक्षा बलों के साहस पर सवाल पूछने वाले इन नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस पाकिस्तानी हुक्मरानों के बुझे चेहरों पर मुस्कुराहट लाने का काम कर रही है।