ममता बनर्जी को उम्मीद, समय आने पर अपने आप ले लेगा विपक्षी एकता का ठोस स्वरूप
वैसे दीदी ने विपक्षी नेताओं से मेल-मुलाकातों का सिलसिला कांग्रेस के दिग्गज कमल नाथ से मिलकर शुरू किया। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ममता से मिलने उनके आवास पर पहुंचे जहां दोनों के बीच लगभग एक घंटे चर्चा हुई।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बंगाल में लगातार तीसरी धमाकेदार जीत के बाद विपक्षी गोलबंदी को गति देने पहली बार दिल्ली आई ममता बनर्जी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमल नाथ और आनंद शर्मा के साथ मुलाकात कर विपक्षी खेमे के नेताओं के साथ संवाद का सिलसिला शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के साथ विपक्ष को साथ लाने की पहल शुरू कर रहीं ममता ने कहा है कि समय आने पर विपक्षी एकता अपने आप ठोस स्वरूप ले लेगा।
सोनिया गांधी से आज चाय पर चर्चा करेंगी ममता, पवार से भी होगी मुलाकात
इस पहल के तहत ममता बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चाय पर चर्चा करने के अलावा राकांपा नेता शरद पवार समेत विपक्ष के कुछ अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर भाजपा के खिलाफ गोलबंदी की संभावना तलाशेंगी। विपक्षी नेताओं से मुलाकातों का दौर शुरू होने से पहले ही ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी कांड की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग का मुखर समर्थन कर इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ आने का संदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सबसे पहले जांच की मांग करने वाली कांग्रेस के लिए ममता का यह रुख राहत देने वाला है।
कांग्रेस नेताओं कमल नाथ, आनंद शर्मा और सिंघवी से मिलकर दीदी ने शुरू किया संवाद का सिलसिला
वैसे दीदी ने विपक्षी नेताओं से मेल-मुलाकातों का सिलसिला कांग्रेस के दिग्गज कमल नाथ से मिलकर शुरू किया। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ममता से मिलने उनके आवास पर पहुंचे, जहां दोनों के बीच लगभग एक घंटे चर्चा हुई। मुलाकात के बाद कमल नाथ ने कहा कि वे ममता को जीत की बधाई देने गए थे। विपक्षी राजनीति के भावी स्वरूप पर चर्चा के संदर्भ में कमल नाथ ने कहा कि इस बारे में उनकी बातचीत नहीं हुई और हमारी पार्टी का नेतृत्व इस बारे में चर्चा करेगा।
ममता ने इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा से लगभग एक घंटे की बातचीत की। दीदी ने शर्मा और कमल नाथ से मुलाकातों पर कहा कि इनसे दोस्ताना ताल्लुक रहा है। आनंद शर्मा ने भी इस मुलाकात के बारे में कहा कि ममता बनर्जी से उनकी पुरानी मित्रता रही है और जब वे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे तब वे उनकी महामंत्री थीं। साथ ही कैबिनेट में भी दोनों सहयोगी रहे हैं।
भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के उनके प्रयासों के संदर्भ में शर्मा ने कहा कि यह समय की मांग है। बंगाल में संवैधानिक व लोकतांत्रिक मूल्यों पर जिस तरह से भाजपा और केंद्र सरकार ने चुनाव में प्रहार किया उसे देखते हुए ममता की जीत से देश को नई दिशा मिली है। दीदी ने इसके बाद शाम को कांग्रेस के नेता वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी से मुलाकात की।
कांग्रेस अध्यक्ष से बुधवार को होने वाली अपनी मुलाकात को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया गांधी ने उन्हें चाय पर आमंत्रित किया है। सोनिया गांधी से 10 जनपथ पर होने वाली यह मुलाकात विपक्षी सियासत को 2024 में नई दिशा देने के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ममता ने इसका संकेत देते हुए कहा कि सोनिया से चाय के दौरान उनकी अहम चर्चा भी होगी।
दीदी राकांपा प्रमुख शरद पवार से भी बुधवार को मिलेंगी। पांच दिनों के राजधानी प्रवास पर आई ममता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई दूसरे विपक्षी नेताओं से भी इस दौरान मुलाकात कर विपक्षी गोलबंदी की अपनी पहल का आधार मजबूत करने की कोशिश करेंगी।