तेल का खेलः ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के बंद का किया विरोध
तृणमूल कांग्रेस, बीजू जनता दल, शिवसेना, जनता दल (यू) और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने इस बंद का विरोध किया है।
नई दिल्ली (जेएऩएन)। पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस ने भारत बंद का एलान किया है। साथ ही द्रमुक, राकांपा, राजद, सपा और एमएनएस सहित देश की करीब 20 छोटी-बड़ी विपक्षी पार्टियों के समर्थन का दावा भी किया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों ने बंद से अपने को अलग रखा है। पार्टी का कहना है कि बढ़ी कीमतों को लेकर उनका विरोध तो है, लेकिन बंद का रास्ता ठीक नहीं है, इससे लोगों को परेशानी होती है।
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना, नीतीश कुमार की जनता दल (यू) और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने इस बंद का विरोध किया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को ही स्पष्ट कर दिया था कि वह कांग्रेस द्वारा बुलाए गए सोमवार के भारत बंद में शामिल नहीं होगी। वहीं, पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि जिन मुद्दों पर बंद बुलाया जा रहा है, वह उस पर साथ है, लेकिन पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषित नीति के मुताबिक वह राज्य में किसी तरह की हड़ताल के खिलाफ है।
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस द्वारा भारत बंद में शामिल नहीं होगी। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुद्दा सही है, लेकिन कांग्रेस को ईंधन मूल्य वृद्धि और भारतीय रुपये में गिरावट के मुद्दे पर कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इस बात को हजम कर पाना कठिन है कि कांग्रेस भारत बंद का आह्वान कर रही है। भारद्वाज ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस की नीतियों को आगे बढ़ा रही है। वहीं शिवसेना ने भारत बंद में हिस्सा लेने के कांग्रेस के अनुरोध को रविवार को ठुकरा दिया था। कांग्रेस के आग्रह पर जवाब देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना बंद में हिस्सा नहीं लेगी।
ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने रविवार को ही ईंधन कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन नहीं करने का ऐलान किया था। हालांकि पार्टी ने कहा कि वह ईंधन कीमतों में वृद्धि के खिलाफ है। बीजेडी प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा कि हम पेट्रोलियम उत्पादों की मूल्य वृद्धि में भारी वृद्धि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पिछले तीन दिनों से पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने बंद को देखते हुए विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को स्कूल बंद रखने का ऐलान किया है।