ममता मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल, तेज तर्रार सीएम ने कई मंत्रियों से छीनी अहम जिम्मेदारी
पारिवारिक विवादों में घिरे कोलकाता नगर निगम के मेयर व बिजली मंत्री शोभन चटर्जी का कद कम कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पंचायत चुनाव के नतीजे के बाद से ही पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल के कयास लगाए जा रहे थे, जो अब सच साबित होता दिख रहा है। मंगलवार को ही राज्य मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों जेम्स कुजुजू, चुड़ामणि महतो और अवनी जोयारदार ने इस्तीफा दिया था। इसके 24 घंटे के भीतर बुधवार को एक बार फिर ममता बनर्जी मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव हुआ है। इस कड़ी में कई मंत्रियों के कद को कम करते हुए इधर से उधर किया गया है तो किसी से अहम जिम्मेदारी छीन दूसरे मंत्री को दी गई है।
-शोभन, सुब्रत का कम हुआ कद, शुभेंदु को मिली अहम जिम्मेदारी
पारिवारिक विवादों में घिरे कोलकाता नगर निगम के मेयर व बिजली मंत्री शोभन चटर्जी का कद कम कर दिया गया है। इनसे पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी छीन ली गई और अब इस विभाग की जिम्मेवारी परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी को दी गई है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार ममता बनर्जी ने ऐसा कर शोभन चटर्जी को भविष्य के लिए संकेत दिया है। इससे पहले शोभन से दक्षिण 24 परगना जिले की जिम्मेदारी भी छीन ली गई थी।
वहीं, वरिष्ठ नेता व पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी से जन स्वास्थ्य व कारीगरी विभाग की जिम्मेदारी वापस ले कर कानून मंत्री मलय घटक को सौंपी गई है। हालांकि सुब्रत को पंचायत विभाग के साथ जल संपदा व अनुसंधान विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह सिंचाई विभाग से राजीव बनर्जी की छुट्टी कर दी गई है और उन्हें जनसंग्रह विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। अब सिंचाई विभाग की जिम्मेदारी सोमेन माहापात्र को दी गई है। हालांकि आदिवासी कल्याण विभाग की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संभालेंगी।
केवल मंत्रिमंडल में ही फेरबदल नहीं हुआ है, बल्कि यह फेरबदल जिला पदाधिकारी व सचिव स्तर पर भी किया गया है। रायगंज, बीरभूम समेत कुल आठ जिलों के जिला पदाधिकारियों का तबादला हुआ है। इसके साथ ही पांच सचिवों को भी इधर से उधर किया गया है।