Maharashtra Crisis: सदन की लड़ाई सड़क पर आई, महाराष्ट्र में बागी विधायकों के विरुद्ध सड़क पर उतरे शिवसैनिक
महाराष्ट्र में शिवसेना के विद्रोही विधायकों के घरों और दफ्तरों पर हमले होने लगे हैं। शिवसैनिकों ने चेतावनी दी है कि पार्टी के साथ गद्दारी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और हमले और तेज किए जाएंगे। पढ़ें यह रिपोर्ट...
मुंबई, पीटीआइ। महाराष्ट्र में शिवसेना के विद्रोही विधायकों के घरों और दफ्तरों पर हमले होने लगे हैं। शिवसैनिकों ने चेतावनी दी है कि पार्टी के साथ 'गद्दारी' करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और हमले और तेज किए जाएंगे। विद्रोहियों को चेतावनी देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि अब लड़ाई सड़कों पर लड़ी जाएगी।
शिंदे ने लगाया आरोप
इस बीच, शिवसेना के विद्रोही गुट के नेता एकनाथ शिंद ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक बदले के तहत उनके समेत 16 बागी विधायकों के घरों से सुरक्षा वापस ले ली गई है, हालांकि, सरकार ने आरोप को गलत बताया है। तनाव के हालात को देखते हुए मुंबई में 10 जुलाई तक धारा 144 लगा दी गई है और सभी दलों और नेताओं के दफ्तरों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
शिंदे के ठाणे स्थित दफ्तर पर पथराव
शिवसैनिकों ने विद्रोही विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे के ठाणे स्थित दफ्तर पर पथराव और तानाजी सावंत और ज्ञानराज चौगुले के पुणे और उस्मानाबाद शहर स्थित कार्यालयों में तोड़फोड़ की। श्रीकांत शिंदे के दफ्तर पर हमले के मामले में पुलिस ने पांच शिवसैनिकों को पकड़ा है। विद्रोही गुट के ही विधायक बालाजी कल्याणकर के नांदेड़ स्थित घर के बाहर प्रदर्शन किया गया है।
शिवसेना पार्षद बोला, यह तो अभी शुरुआत है
पुणे में सावंत के दफ्तर पर हमले में शामिल शिवसेना के पार्षद विशाल धनवाड़े ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है। आने वाले दिनों में विद्रोह करने वाले हर विधायक के दफ्तरों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। सावंत उस्मानाबाद जिले के परंदा सीट से विधायक हैं। सावंत की चीनी मिल के दफ्तर पर भी हमला किया गया। पुलिस ने कहा कि चीनी मिल पर हुए हमले में केस दर्ज किया जा रहा है।
जैसे को तैसा जवाब दिया जाएगा : सावंत
सावंत ने कहा कि हम अपने नेता एकनाथ शिंदे के आदेश से चुप हैं। राजनीतिक मामला सुलझ जाता है तो हमले का जवाब उसी प्रकार से दिया जाएगा। उन्होंने शिवसैनिकों से सीमा में रहकर ही प्रदर्शन करने को कहा।
सुरक्षा को लेकर शिंदे ने सीएम को ट्वीट किया पत्र
शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल को 16 विधायकों के हस्ताक्षर वाले पत्र को ट्वीट कर आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने उनके आवास से सुरक्षा व्यवस्था हटा ली है। अगर उनके स्वजन को किसी तरह का नुकसान पहुंचाया जाता है तो इसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव, गृह मंत्री और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के अन्य नेता जिम्मेदार होंगे। पत्र में सुरक्षा व्यवस्था तत्काल बहाल करने की मांग की गई है।
गृह मंत्री पाटिल ने दी सफाई
गृह मंत्री पाटिल ने कहा कि विद्रोही गुट के किसी भी विधायक के घर या दफ्तर से सुरक्षा नहीं हटाई गई है। उन्होंने कहा कि न तो मुख्यमंत्री ने और न ही गृह विभाग ने किसी भी विधायक से सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी किया है। ट्विटर के जरिये लगाए गए आरोप गलत और दुर्भावनापूर्ण है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने धमकी मिलने की शिकायत दर्ज कराई
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से फोन पर धमकी दी जा रही है और अपशब्द कहे जा रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने शनिवार को मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांड से मुलाकात और अपनी शिकायत दर्ज कराई।